अमरीकी राष्ट्रपति पद के लिए रिपबल्किन पार्टी ओर से उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल डॉनल्ड ट्रंप ने अब उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ बातचीत करने की इच्छा जतायी है.
ट्रंप उत्तर कोरिया से उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर बातचीत करना चाहते हैं. ट्रंप ने यह बयान एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू के दौरान दिया.
ट्रंप के अनुसार ,”मैं किम से बात करूंगा,मुझे उनसे बात करने में कोई दिक्कत नहीं हैं” ट्रंप इस मसले पर चीन पर दबाव बनाने के हिमायती हैं.
जानकारों का मानना है कि अगर ऐसी कोई बातचीत या मीटिंग होती है तो इसे राजनीतिक तौर पर अलग—थलग किए गए उत्तर कोरिया के प्रति अमरीकी नीतियों में अहम बदलाव माना जाएगा.
इसी इंटरव्यू में ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पूर्वी यूक्रेन में की गई सैन्य कार्रवाई की भी आलोचना की है.
जबकि वह पहले पुतिन की तारीफ़ किया करते थे.
विरोधी,डेमोक्रेटिक पार्टी ने ट्रंप के बयान की आलोचना करते हुए कहा है कि उनकी विदेश नीति में बचकानापन है.
एक अलग घटनाक्रम में बीबीसी को पता चला है कि कि ट्रंप अमरीका में नवंबर में होने राष्ट्रपति चुनावों से पहले ब्रिटेन का दौरा कर सकते हैं.
कूटनीतिज्ञों के अनुसार उनका यह दौरा जुलाई में रिपब्लिकन पार्टी के होने वाले सम्मेलन के बाद हो सकता है. ट्रंप शायद इस सम्मेलन में आधिकारिक तौर पर पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बन सकते हैं.
इससे पहले ट्रंप ने ब्रिटेन के साथ अपने संबंधों को लेकर एक विवादस्पद बयान दिया था. ट्रंप ने कहा था कि अगर वो अमरीकी राष्ट्रपति बनते हैं तो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के साथ उनके बहुत अच्छे संबंध नहीं होंगे.
अमरीका में मुसलमानों के आने पर अस्थायी रोक लगाने के ट्रंप के बयान को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने ‘मूर्खतापूर्ण, बांटने वाला और ग़लत’ बताया था.लंदन के नवनिर्वाचित मेयर सादिक़ ख़ान ने ट्रंप के इस बयान पर उन्हें ‘नासमझ’ कहा था.
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