पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बेनी प्रसाद वर्मा ने समाजवादी पार्टी में आने की वजह बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी में रहकर कुछ करने लायक नहीं रह गया है और राजनीति में ज़्यादा दिन तक खाली नहीं रहा जा सकता है.
बीबीसी से बातचीत में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जमकर तारीफ़ की. लेकिन उनका कहना था कि कांग्रेस में कुछ नेता ऐसे बैठे हुए हैं जो कि कांग्रेस को आगे बढ़ते देखना ही नहीं चाहते.
उनका कहना था कि कांग्रेस में इस समय वो खाली बैठे हैं, भाजपा में जा नहीं सकते हैं, बसपा में जाएंगे नहीं, ऐसे में समाजवादी पार्टी ही एकमात्र विकल्प था.
बेनी प्रसाद वर्मा एक समय समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में गए थे. कांग्रेस पार्टी ने उन्हें बाराबंकी से लोकसभा का टिकट दिया और चुनाव जीतने के बाद केंद्रीय मंत्री भी बनाया.
लेकिन इस दौरान उनके समाजवादी पार्टी के साथ संबंध बेहद कड़वे हो गए थे. यहां तक कि बेनी प्रसाद वर्मा ने खुले तौर पर मुलायम सिंह पर कई आरोप लगाए थे और सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने बेनी प्रसाद वर्मा पर कई तरह के व्यक्तिगत आरोप लगाए थे.
इस बारे में पूछने पर बेनी वर्मा ने कहा कि समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह से उनके घरेलू संबंध हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी में आ जाओ तो मैं आ गया.
समाजवादी पार्टी में अपनी भूमिका के बारे में बेनी प्रसाद वर्मा का कहना था कि उन्हें जो काम दिया जाएगा वो करेंगे लेकिन कम से कम तीन चार ज़िलों में तो वो अकेले दम पर समाजवादी पार्टी को मज़बूत कर लेंगे.
समाजवादी पार्टी में बेनी प्रसाद वर्मा की वापसी के क़यास पिछले कुछ दिनों से लगाए जा रहे थे लेकिन इस अचानक वापसी के पीछे राजनीतिक हलकों में कुछ और ही वजहें बताई जा रही हैं.
बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी से बेनी वर्मा को राज्यसभा में भेजने संबंधी बात अंतिम स्तर पर हो चुकी है और इसी की गारंटी के बाद ही वो सपा में आए हैं.
हालांकि इस सवाल पर बेनी वर्मा का साफ़ कहना था कि न तो उन्होंने ऐसी कोई मांग की है और न ही पार्टी की ओर से कोई प्रस्ताव आया है.
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