श्री श्री रविशंकर अब दिल्ली में यमुना किनारे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए लगा जुर्माना शुक्रवार तक जमा करा सकते हैं.
समाचार एजेंसियों के अनुसार नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पांच करोड़ रूपए का जुर्माना भरने की डेडलाइन को शुक्रवार तक के लिए बढ़ा दिया है.
पहले एनजीटी ने आदेश दिया था कि ये पैसे गुरुवार शाम तक जमा कराए जाएं नहीं तो यमुना तट पर ‘वर्ल्ड कल्चर फ़ेस्टिवल’ के आयोजन की इजाज़त रद्द हो सकती है.
दिल्ली में यमुना नदी के तट पर 11 से 13 मार्च तक ‘वर्ल्ड कल्चर फ़ेस्टिवल’ आयोजित किया जा रहा है जिसमें कई देशों से हज़ारों लोगों के शामिल होने की संभावना है.
एनजीटी ने गुरुवार को कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग के पास अग्निशमन और पुलिस की अनुमति लेने के लिए भी अगले दिन तक का समय है.
वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वकील ने बताया है कि उन्होंने यमुना के किनारे कार्यक्रम वाली जगह का दौरा किया है और बोर्ड वहां कचरे के निपटारे के लिए समुचित दिशा-निर्देश जारी करेगी.
ग़ौरतलब है कि श्री श्री रविशंकर ने कई मीडिया चैनलों को कहा था कि वो जुर्माना नहीं भरेंगे और एनजीटी के इस फैसले के खिलाफ़ अपील करेंगे.
यमुना के पर्यावरण को नुकसान का हवाला देकर इस आयोजन को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में चुनौती दी गई थी जिस पर एनजीटी ने ऑर्ट ऑफ लिविंग संस्था, दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड और डीडीए पर जुर्माना लगाते हुए कार्यक्रम को हरी झंडी दी थी.
एनजीटी का कहना था कि कार्यक्रम जारी रह सकता है, लेकिन कार्यक्रम शुरू करने से पहले फाउंडेशन को जुर्माने की राशि जमा करानी होगी. फ़ाउंडेशन को इस इलाके को बायोडाइवर्सिटी पार्क के रूप में विकसित करने के लिए भी कहा गया है.
एनडीटीवी को दिए एक साक्षात्कार में श्री श्री रविशंकर ने कहा था कि वे जेल जाने के लिए तैयार हैं ‘लेकिन जुर्माना नहीं भरेंगे.’
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