नयी दिल्ली : आम बजट पेश होने मेंकुछही दिन का समय शेष रह गया है और इसकी तैयारियां अब अंतिम चरण मेंहैं. वित्त मंत्री अरुण जेटली पहले ही कह चुके हैं कि यह लोक लुभावन बजट नहीं होगा, बल्कि इसमें देश में निवेश की कमी से जुड़ी समस्याओं को हल करने की कोशिश की जाएगी.
पहली बार यू ट्यूब का प्रयोग
संसद का बजट सत्र मंगलवार से शुरू हो गया है. 2016-17 का आम बजट लोक सभा में अगले सोमवार, 29 फरवरी को पेश किया जाएगा. इस बीच यद्यपि बजट की तैयारियों लगे नार्थ ब्लाकस्थित वित्त मंत्रालय में परंपरागत गोपनीयता बरती जा रही है, पर इस साल ऐसा पहला मौका है जब वित्त मंत्रालय में सचिवों ने आम बजट 2016-17 की दिशा का संकेत देने के लिए यूट्यूब का सहारा लिया है.
अपने खुद के यूट्यूब चैनल का उपयोग करते हुए मंत्रालय ने बजट का महत्व दर्शाया हैं. मंत्रालय ने बजट को प्रस्तुत करने के लिए वित्त मंत्री द्वारा बजट पत्रों को चमड़े के एक ब्रीफकेस में ले जाने की परिपाटी को भी प्रदर्शित किया है.
जनवरी से ही पत्रकारों व आम आदमी का प्रवेश बंद
आमतौर पर बजट की तैयारी में लगी नार्थ ब्लाॅक के संबंधित हिस्से में जनवरी के शुरू से ही पत्रकारों एवं आम जनता का प्रवेश बंद कर दिया जाता है. इसके साथ ही नार्थ ब्लाॅक में आने वाली और यहां से बाहर जाने वाली हर चीज को विशेष एक्स-रे स्कैन से गुजार कर उस पर पैनी नजर रखी जाता है. साथ ही शक्तिशाली मोबाइल फोन जैमर यंत्र लगा दिये जाते हैं ताकि मोबाइल फोन काॅल से किसी सूचना को बाहर न किया जा सके. वरिष्ठ अधिकारियों व प्रक्रिया में शामिल कर्मचारियों के कार्यालयों में इंटरनेट कनेक्शन बंद कर दिए जाते हैं और नार्थ ब्लाॅक की बजट शाखा एक वार-रूम की तरह काम करने लगती है.
लोकसभा में बजट पेश होने तक नार्थ ब्लाॅक में सुरक्षा के उच्चतम स्तर के उपाय लागू रहते हैं. इस क्षेत्र की सुरक्षा में आइबी, दिल्ली पुलिस और सीआइएसएफ सभी शामिल रहते हैं.
शुक्रवार को शुरू हुई प्रक्रिया
इस बार बजट की तैयारी का अंतिम चरण शुक्रवार को हलवा समारोह के साथ शुरू हो गया. इसमें आम बजट के दस्तावेजों की छपाई की प्रक्रिया शुरू होती है. इस समारोह में कोई पूजा अर्चना नहीं होती. जेटली और इस बजट की तैयारियों से जुड़े अधिकारी नार्थ ब्लाॅक के बेसमेंट में स्थित प्रिंटिंग प्रेस में एकत्र हुए और एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हुए हलवा बांटा.
इसके साथ ही बजट के दिन के लिए उलटी गिनतीशुरू होगयी. बजट आमतौर पर फरवरी के अंतिम दिन पेश किया जाता है और इस साल फरवरी का आखिरी दिन 29 फरवरी, सोमवार को पड़ रहा है. इसके कुछ सप्ताह बाद पश्चिम बंगाल, केरल और असम जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं.
वित्तमंत्री को भी दस्तावेज ले जाने की अनुमति नहीं
इन सभी दस्तावेजों की सुरक्षा एक ‘नीला जैकेट’ करता है. इसे नीला जैकेट इसलिए भी कहते हैं क्योंकि इसमें बजट के लिए महत्वपूर्ण संख्या होते हैं. मंत्रालय का संयुक्त सचिव :बजट: इसका प्रभारी होता है और वह किसी को भी यहां तक कि वित्त मंत्री को भी इसे नार्थ ब्लाक से बाहर ले जाने नहीं देता. बजट बनाने की संपूर्ण प्रक्रिया के दौरान मंत्रालय के कुछ ही अधिकारी इस दस्तावेज को देख पाते हैं. वित्त मंत्री का भाषण, बजट पेश होने से कुछ घंटे पहले ही तैयार किया जाता है.