लीबिया में ख़ुद को इस्लामिक स्टेट कहने वाले चरमपंथी संगठन के ठिकाने पर अमरीकी लड़ाकू विमानों के हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है.
अमरीकी अधिकारियों के मुताबिक़ त्रिपोली से 70 किलोमीटर पश्चिम में स्थित सैब्राटा में इस्लामिक स्टेट के एक ट्रेनिंग कैम्प और ट्यूनीशिया के वरिष्ठ चरमपंथी नेता को निशाना बनाया गया.
नूरूद्दीन शूशाने नाम का ये चरमपंथी नेता ट्यूनीशिया में पिछले साल हुए दो चरमपंथी हमलों से जुड़ा बताया जाता है.
ट्यूनीशिया में पिछले साल एक चरमपंथी हमले में 30 ब्रितानी नागरिकों की मौत हो गई थी.
सैब्राटा के मेयर ने कहा है कि एक इमारत पर हमला किया गया है.
उन्होंने कहा कि हमले में क़रीब 41 लोगों की मौत हो गई है जिनमें ज़्यादातर लोग ट्यूनीशिया के हैं.
आईएस पिछले साल से लीबिया में सक्रिय हो गया है और अमरीकी अधिकारियों के अनुमान के मुताबिक़ लीबिया में आईएस के क़रीब 6 हज़ार लड़ाके हैं.
लीबिया के शासक मुअम्मर ग़द्दाफ़ी को हटाए जाने के बाद लीबिया में चार साल से राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है.
अमरीका के रक्षा मंत्री एश कार्टर ने पिछले हफ़्ते कहा था कि अमरीका लीबिया में हमले करता रहेगा.
उन्होंने बीबीसी को बताया, ”हम एकतरफ़ा कार्रवाई का विकल्प हमेशा खुला रखते हैं.”
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