बर्फ से पटा हुआ महाद्वीप पूर्वी अंटार्कटिका पश्चिम की ओर खिसक रहा है. साथ ही, पश्चिम अंटार्कटिका का वजन कम हो रहा है. प्रत्येक वर्ष यहां अरबों टन बर्फ की चट्टानें पिघल रही हैं और यह पश्चिम की ओर खिसक रही है. ‘साइंस डेली’ के मुताबिक, ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यह नतीजा निकाला है.
इन शोधकर्ताओं ने जीपीएस मापकों से इस कार्य को अंजाम दिया है, जिसमें पश्चिम अंटार्कटिका में बर्फ की चट्टानों के खिसकने का अध्ययन किया गया है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि यह सालाना तकरीबन 12 मिमी यानी आधा इंच की दर से खिसक रहा है.
भले ही यह दर कम दिख रही हो, लेकिन इस महाद्वीप पर अत्यधिक बर्फ को होने वाले मौजूदा नुकसान को देखते हुए इस तरह की हलचलों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. आधा इंच भले ही बहुत कम लग रहा हो, लेकिन तुलनात्मक रूप से यह वास्तविक में नाटकीय इसलिए भी है, क्योंकि इस धरती पर ऐसे बदलाव को हलके में नहीं लिया जा सकता.
ओहियो स्टेट में अर्थ साइंस की प्रोफेसर टेरी विल्सन के मुताबिक, एक अंतरराष्ट्रीय समझौते के तहत पूरे पश्चिमी अंटार्कटिका में जीपीएस और सिस्मिक सेंसर स्थापित किये गये हैं.