वाशिंगटन : पाकिस्तानी नागरिक ताशफीन मल्लिक और उसके पति सैयद रिजवान फारूक द्वारा कैलिफोर्निया में अंजाम दी गयी गोलीबारी की घटना में एक नया मोड़ आ गया है. मंगलवार को लॉस एंजिल्स में संघीय अभियोजकों ने कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुये एप्पल कंपनी से मदद की गुहार लगाई है. फोरेंसिक विशेषज्ञ जोनाथन ने एप्पल को जांच में सहायता करने की बात कही है. गौरतलब हो कि इस गोलीबारी में 14 लोग मारे गये थे जबकि 17 अन्य घायल हुए थे. घटना के तुरंत बाद पुलिस के साथ मुठभेड़ में दोनों पति-पत्नी भी मारे गये थे. जांच एजेंसियों के मुताबिक 10 बार असफल कोशिश के बाद भी उनके पास से बरामद फोन और डिवाइस को एफबीआई खोल नहीं सकी है.
रायटर द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक हालांकि इस मामले में एप्पल कंपनी ने अभी तक इस मामले में अपना रिस्पांस नहीं दिया है लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यदि एप्पल ऐसा नहीं करती है तो उसपर कार्रवाई की जाएगी. एप्पल के पास विशेष तकनीकी साधन है जिससे जांच में सरकार की सहायता की जा सकती है. लेकिन एप्पल ने इसके लिये अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है. अमेरिकी अधिकारियों ने एप्पल को चेतावनी दी है.
एजेसियों की जांच के मुताबिक अभी तक की जांच इस ओर इशारा करती है कि वे एक दूसरे को ऑनलाइन डेट करने या शादी के बारे में सोचने से पहले ही कट्टरपंथ से प्रभावित थे. उन्होंने विवाह करने एवं अमेरिका में साथ रहना शुरू करने से पहले 2013 के अंत में एक दूसरे से जिहाद और कुर्बानी पर बात की थी. जांचकर्ताओं के अनुसार दोनों पहली बार एक ऑनलाइन डेटिंग साइट पर मिले थे जिसके बाद उन्होंने सऊदी अरब में विवाह किया. इसके बाद ताशफीन फारूक के साथ रहने के लिए वीजा पर अमेरिका आ गई. एजेंसियों के मुताबिक यह पता लगाने का भरपुर प्रयास किया जा रहा है कि उन्हें मदद कहां से मिली थी.
उन्होंने कहा कि आईएसआईएस अमेरिका में पहले से रह रहे लोगों को उसकी ओर से हत्यारे बनने के लिए उकसा रहा है. एफबीआई इन रिपोर्टों की जांच कर रही है कि हमलावरों ने अर्ध स्वचालित राइफलों को पूर्णतः स्वचालित राइफलों में बदले की कोशिश की या फिर उन्हें बदला. फिलहाल जांच आगे बढ़ने का सारा दारोमदार एप्पल के सहयोग पर है.