छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने विधानसभा उप चुनाव के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार के मैदान छोड़ने के लिये हुये कथित ‘लेनदेन’ में अपनी भूमिका पर सफाई दी है.
मुख्यमंत्री ने कहा, “ये कांग्रेस की आंतरिक गुटबाज़ी का नतीज़ा है और इसमें भारतीय जनता पार्टी को ज़बरदस्ती जोड़ने का काम किया जा रहा है. कांग्रेस को हर चीज़ में भारतीय जनता पार्टी की भूमिका दिखती है.”
उन्होंने इस मामले की जांच को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में कहा कि यह कांग्रेस का मामला है, कांग्रेस पार्टी जांच कराए कि किन परिस्थितियों में उसके उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस लिया था.
इस लेनदेन के कथित टेप में मुख्यमंत्री के दामाद डॉक्टर पुनीत गुप्ता की भूमिका को लेकर रमन सिंह ने कहा कि उन्हें या उनके परिवार के किसी सदस्य को जब कांग्रेस जोड़ नहीं पाई तो दामाद पुनीत गुप्ता का नाम जोड़ दिया गया.
रमन सिंह ने कहा, “पुनीत गुप्ता को राजनीति से कोई मतलब नहीं है. न वो किसी राजनीतिक दल का सदस्य है न रहेगा. वो सरकारी नौकरी में हैं.”
इस बीच, इस मामले में चुनाव आयोग ने भी मीडिया में आई ख़बरों का संज्ञान लेते हुये मामले की जांच की बात कही है. आयोग के प्रधान सचिव आर के श्रीवास्तव ने छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव को इस मामले में जांच करने के बाद, 7 जनवरी तक रिपोर्ट भेजने को कहा है.
पिछले साल 13 सितंबर को बस्तर के अंतागढ़ विधानसभा सीट के लिये उपचुनाव में कुल तेरह उम्मीदवार मैदान में थे. लेकिन अप्रत्याशित घटनाक्रम में चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया था.
हालत ये हुई थी कि नामांकन वापसी के अंतिम दिन भाजपा ने निर्विरोध चुनाव जीतने के लिए कोशिशें शुरू की और एक-एक कर 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान से हट गए. इस सीट पर भाजपा के अलावा सिर्फ़ अंबेडकराइट पार्टी ऑफ़ इंडिया के रूपधर पुड़ो ही मैदान में थे.
चुनाव में पुड़ो पराजित हुये थे और भाजपा के भोजराज नाग 50 हज़ार से भी अधिक मतों से चुनाव जीत गये थे.
बुधवार को इसी चुनाव से संबंधित कथित बातचीत के टेप सार्वजनिक हुये हैं.
इस टेप में कथित रुप से मुख्यमंत्री रमन सिंह के करीबी रिश्तेदार, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके बेटे विधायक अमित जोगी, विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस से अपनी उम्मीदवारी वापस लेने वाले मंतूराम पवार के बीच कई करोड़ के कथित लेनदेन का उल्लेख है.
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने पूरे मामले को झूठा, मनगढ़ंत और बेबुनियाद बताते मुकदमे की तैयारी शुरू कर दी है, वहीं उनके बेटे और विधायक अमित जोगी ने इस मामले में बिलासपुर के एक थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
इधर छत्तीसगढ़ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने भी देर शाम अमित जोगी को एक नोटिस भेज कर सात दिनों के भीतर स्थिति स्पष्ट करने के लिये कहा है.
इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को भी एक पत्र भेज कर पूरे मामले पर उनकी राय मांगी गई है.
बघेल ने रमन सिंह की सफाई पर कहा, “यह सीधे-सीधे काले धन के इस्तेमाल का मामला है और मुख्यमंत्री रमन सिंह इसे कांग्रेस का घरेलू मामला बता कर बच नहीं सकते. हमने अपने लोगों को नोटिस और पत्र दिया है. रमन सिंह को बताना चाहिये कि उन्होंने इस मामले में क्या कार्रवाई की है.”
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