।। दक्षा वैदकर।।
दोस्तों, अक्सर हम परीक्षा की तारीख आते ही सबसे पहले एक टाइम-टेबल बना लेते हैं. ऐसा टाइम-टेबल जिसमें चार घंटे लगातार पढ़ाई फिर खाना, फिर पढ़ाई, फिर सोना.. इस तरह की चीजें लिखी होती हैं. पहले दिन हम जोश-जोश में इसे फॉलो कर भी लेते हैं, लेकिन बाद में हालत पंचर हो जाती है. यहीं हम गलती करते हैं. हमें छोटे-छोटे स्टेप्स से शुरुआत करनी चाहिए. हमें पहले 20 मिनट लगातार पढ़ने की आदत डालनी चाहिए फिर 10 मिनट का ब्रेक लेना चाहिए. जब हम इसके आदी हो जायें, तब हमें समय बढ़ाना चाहिए. 20 मिनट के बाद आधा घंटा, फिर एक घंटा पढ़ना चाहिए. इस तरह एक वक्त आ जायेगा, जब आप चार-पांच घंटे लगातार पढ़ सकेंगे.
इसके अलावा भी कई और काम हैं, जो परीक्षा के दिनों में जरूरी तौर पर करने चाहिए. जैसे अपनी नींद पूरी लें यानी 7-8 घंटा जरूर सोएं. जब नींद पूरी होगी, तभी आप ठीक से एकाग्रचित्त होकर पढ़ सकेंगे. आसपास की बातों का असर खुद पर न होने दें. घर में झगड़ा हो, दोस्तों से बहस हो, कोई भी चीज हो, अपना मन उनमें न उलझाएं और मन को तुरंत शांत करें. खुश रखने के लिए खुद से कहें ‘जिंदगी को मैंने कुछ इस तरह आसान कर लिया. किसी से माफी मांग ली, किसी को माफ कर दिया.’ जब भी आप अपना कोई लक्ष्य पूरा कर लें, जैसे आपने किसी चैप्टर को पूरा याद कर लिया, तो खुद को इनाम दें. अपनी फेवरेट डिश खा लें, पसंदीदा गाने पर डांस कर लें, थोड़ी देर टीवी देख लें, गेम खेल लें, वगैरह.
जब भी पढ़ने बैठें, अपना मोबाइल स्वीच ऑफ कर लें. कई बार हम सोचते हैं कि मोबाइल सायलंस कर लेने से भी काम चल जायेगा, लेकिन ऐसा होता नहीं है. हम बीच-बीच में मोबाइल देखते हैं कि किसी ने मैसेज तो नहीं किया? व्हॉट्सअप में कोई मैसेज तो नहीं? फेसबुक पर नया नोटिफिकेशन क्या है? हम देखते हैं कि किसी ने कोई फोटो डाली है और तुरंत हम उस पर कमेंट करने लगते हैं. सामनेवाला चैट पर आ जाता है, तो हाय-हैलो में ही बहुत सारा वक्त निकल जाता है. बाद में हमें अहसास होता है कि सुबह से पढ़ने बैठे हैं, लेकिन ज्यादा कुछ याद तो कर ही नहीं पाये.
बात पते की..
परीक्षा की तारीख नजदीक देख कर घबराएं नहीं. इससे आप अपना समय डरने में और कम कर देंगे. एक-एक मिनट कीमती है. सिर्फ पढ़ें.
टेबल-कुरसी पर बैठ कर ही पढ़ें. यदि आप बिस्तर पर बैठ कर पढ़ेंगे, तो आपका मन लेट जाने को करेगा और फिर आप सो भी जायेंगे.