कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि असम दौरे के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने उन्हें एक मंदिर में जाने से रोका.
उन्होंने कहा कि इसके लिए आरएसएस कार्यकर्ताओं ने महिलाओं को हथियार बनाया. उन्होंने कहा कि आरएसएस कार्यकर्ताओं के वहां से चले जाने के बाद वो शाम को बिना किसी रोक के मंदिर में गए.
कांग्रेस ने सोमवार को केरल, पंजाब और असम के मुद्दे पर संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी को उस कार्यक्रम में जाने से रोका जा रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाग लेने वाले हैं. उन्होंने कहा कि चांडी केरल के लोगों को प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. इसलिए यह केरल के लोगों का अपमान है और यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि पंजाब में निर्दोष लोगों को काटा जा रहा है. दलितों को मारा जा रहा है.
उन्होंने इन तीन घटनाओं को जोड़ते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच का परिणाम है.
उनका कहना था, ”यह उनके काम करने का तरीक़ा है, एक कांग्रेसी मुख्यमंत्री को कार्यक्रम में जाने से रोको, मंदिर जाने से रोको और दलितों को मारो. केरल, असम, पंजाब और पूरे देशों के लोगों को ये स्वीकार नहीं होगा. सरकार को काम करने का अपना तरीक़ा बदलना होगा.”
वहीं दिल्ली में रेलवे की ज़मीन से अतिक्रमण हटाने के लिए 500 झुग्गियों को तोड़ने और इस दौरान कथित तौर पर हुई एक बच्ची की मौत को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन करने वाले सांसद अपने हाथों में ‘ रहम करो मोदी सरकार, बंद करो ग़रीबों पर अत्याचार’, जैसे नारे लिखे हुए बैनर लिए हुए थे.
राहुल गांधी ने भी सोमवार की सुबह प्रभावित इलाक़े का दौरा किया और पीड़ितों से मुलाक़ात की.
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