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युवाओं के रोल मॉडल हैं भारतरत्न डॉ राव

देश के महान वैज्ञानिक और प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार परिषद के प्रमुख डॉ. सीएनआर राव को पिछले दिनों भारतरत्न देने की घोषणा हुई है. यह देश का सर्वोच्च सम्मान है. इससे पहले भी उन्हेंदेश-विदेश में कई प्रमुख और प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. सीवी रमन और एपीजे अब्दुल कलाम के बाद चिंतामणि […]

देश के महान वैज्ञानिक और प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार परिषद के प्रमुख डॉ. सीएनआर राव को पिछले दिनों भारतरत्न देने की घोषणा हुई है. यह देश का सर्वोच्च सम्मान है. इससे पहले भी उन्हेंदेश-विदेश में कई प्रमुख और प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है.

सीवी रमन और एपीजे अब्दुल कलाम के बाद चिंतामणि नागेश रामचंद्र राव तीसरे भारतीय वैज्ञानिक हैं, जिन्हें भारतरत्न से सम्मानित किया गया है. भारत में सभी लोग इन्हें सीएनआर राव के नाम से जानते हैं. राव भारतीय रसायनज्ञ हैं, जिन्होंने घन-अवस्था और संरचनात्मक रसायन शास्त्र के क्षेत्र में मुख्य रूप से काम किया है. वर्तमान में वह भारत के प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार परिषद के प्रमुख के रूप में सेवा कर रहे हैं.

60 विश्वविद्यालयों से मानद डॉक्टरेट
बेंगलुरू के एक कन्नड़ परिवार में जन्मे राव की माता का नाम नागम्मा नागेश राव और पिता का नाम हनुमंत नागेश राव है. राव ने 1951 में मैसूर विश्वविद्यालय से स्नातक तथा दो वर्ष पश्चात काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की. उन्होंने पर्डयू विश्वविद्यालय से 1958 में पीएचडी और मैसूर विश्वविद्यालय से ही 1961 में डीएससी की उपाधि प्राप्त की. 1963 में राव आईआईटी कानपुर से एक संकाय सदस्य के रूप में जुड़े. डॉ राव को दुनिया भर के 60 विश्वविद्यालयों से मानद डॉक्टरेट प्राप्त है. उन्होंने लगभग 1500 शोध पत्र और 45 वैज्ञानिक पुस्तकें लिखी हैं. वर्ष 2013 में भारत सरकार ने उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारतरत्न से सम्मानित करने का निर्णय लिया है.

यही कारण है कि वे आज साइंस में युवाओं के लिए रोल मॉडल बन गये हैं. राव वर्तमान में जवाहरलाल नेहरू उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र, बेंगलुरू के मानद अध्यक्ष हैं, जिसकी स्थापना उन्होंने स्वयं की थी. वे संबंधित संस्थान में राष्ट्रीय शोध प्रोफेसर और लीनस पाउलिंग शोध प्रोफेसर के तौर पर भी सक्रि य हैं. डॉ. राव अंतरराष्ट्रीय पदार्थ विज्ञान केंद्र के निदेशक भी हैं. इस प्रकार उन्होंने देश और विदेश में साइंस से रिलेटेड महत्वपूर्ण वर्क कर रहे हैं और साइंस में नित नयी उपलब्धियों को छू रहे हैं. विदेश में भी उनका रिसर्च काफी फेमस हुआ है. यही कारण है कि उन्हें वहां भी काफी सम्मान मिला हुआ है. अभी भी जिस तरह से वे साइंस रिसर्च के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. उनके कार्यो को देखकर कहा जा सकता है कि उनसे प्रेरणा लेकर भारत साइंस में नयी ऊंचाई को छू सकता है.

कई पुरस्कारों से हुए हैं सम्मानित
राव को भारत सरकार द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारतरत्न प्रदान करने की घोषणा की गयी है. इससे पूर्व उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण और पद्म श्री तथा कर्नाटक राज्य सरकार द्वारा कर्नाटक रत्न से सम्मानित किया जा चुका है. उन्हें रॉयल सोसायटी से भी सम्मानित किया जा चुका है. घन अवस्था रासायनिकी और पदार्थ विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा संस्थापित इंडिया साइंस अवार्ड पाने वाले वे पहले व्यक्ति हैं. उनकी उपलब्धि को देखकर कहा जा सकता है कि अगर प्रतिभा है और आप बेहतर प्रदर्शन करते हैं, तो आपको इसका पुरस्कार अवश्य मिलता है.

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