पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बयान पर राजनीति गरमा गयी है. इस बयान को आड़े हाथ लेते हुए केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्यमंत्री रामकृपाल यादव ने कहा कि यदुवंशी कुल में पैदा हुआ व्यक्ति ऐसा बयान कैसे दे सकता है. कृष्ण के वंशज यदुवंशी लोग तो गाय पालते हैं. गाय की सेवा करते हैं. पूजा करते हैं. आजीविका का प्रमुख साधन है गौपालन. सबलोग तो गाय का दूध या दूध से बनी दही–पनीर या अन्य चीज खाते हैं. हताशा और निराशा में लालू जी क्या से क्या बोल रहे हैं. खिसकते आधार वोट से मानसिक संतुलन बिगड़ गया है.रामकृपाल यादव ने आज लालू पर हमला करते हुए कहा कि गो मांस पर लालू के बयान से यदुवंशी और हिन्दु शर्मसार हुआ है. भगवान भी ऐसे बयान के लिए लालू को नहीं माफ करेगा.
क्या है लालू का विवादित बयान
आपको बता दें कि शनिवार को बीफ के ऊपर दिए गए राजद प्रमुख के बयान ने काफी तूल पकड़ लिया है. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कल कहा कि हिंदू भी बीफ खाते हैं. जो लोग मांस खाते हैं वह सभ्य नहीं हैं. गरीब लोग अपनी भूख मिटाने के लिए मांस खाते हैं. गोमांस और बकरे के मांस में अंतर नहीं है. अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान लालू ने ये बातें कही. लालू के इस बयान पर विवाद हो गया . लालू पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि वोट के लिए राजद नेता लोगों को बदनाम कर रहे हैं. अपने बयान पर विवाद बढ़ता देख लालू ने सफाई दी.
भाजपा ने लालू पर बोला चौतरफा हमला
भाजपा ने कल लालू के बयान पर कहा कि वह अपने अतीत से ध्यान हटाने के लिए मांस व बीफ पर इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. लालू वोट के लिए गोमांस भी खा सकते हैं. लालू ने ऐसा बयान दे कर गोपालकों का अपमान किया है. लालू प्रसाद बौरा गये हैं.
लालू के पूर्व सहयोगी हैं रामकृपाल यादव
गौरतलब है कि रामकृपाल यादव लालू प्रसाद के पूर्व सहयोगी हैं. उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान राजद का दामन छोड़ा था और भाजपा की शरण में पहुंचे. वे लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज थे. बिहार में लोकसभा चुनाव में घोषित उम्मीदवारों की सूची में रामकृपाल यादव को राजद ने पाटलिपुत्र सीट से टिकट नहीं दिया था. यहां से लालू की बेटी मीसा भारती को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था.