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मलयेशिया में फंसे हैं 110 मजदूर, एकरारनामा के विरुद्ध कराया जा रहा अन्य कार्य

समय-समय पर किया जा रहा खाना-पानी से भी वंचित फंसे मजदूर परिजनों से लगा रहे वापस बुलाने की गुहार छपरा (सारण) : सारण समेत आस-पास के जिलों के करीब 110 युवक मलयेशिया में फंसे हुए हैं. मलयेशिया के जलान कुकुप स्थित कन्जुमद्दीन पावर प्लांट में पाइप फिटर समेत अन्य कार्यो के लिए सारण समेत आस-पास […]

समय-समय पर किया जा रहा खाना-पानी से भी वंचित
फंसे मजदूर परिजनों से लगा रहे वापस बुलाने की गुहार
छपरा (सारण) : सारण समेत आस-पास के जिलों के करीब 110 युवक मलयेशिया में फंसे हुए हैं. मलयेशिया के जलान कुकुप स्थित कन्जुमद्दीन पावर प्लांट में पाइप फिटर समेत अन्य कार्यो के लिए सारण समेत आस-पास के जिलों के 110 मजदूरों को ले जाया गया और उनसे कंपनी द्वारा कराये गये एकरारनामा के विरुद्ध दूसरे कार्य कराया जा रहा है. तकनीकी कार्य कराने के बदले उनसे घास काटने और शौचालय साफ कराने का कार्य कराया जा रहा है.
इतना ही नहीं, मलयेशिया में फंसे मजदूरों को समय पर खाना-पीना भी नहीं दिया जा रहा है. मलयेशिया में फंसे मजदूर अपने परिजनों को कॉल करके स्वदेश वापस बुलाने की गुहार कर रहे हैं. इसकी सूचना मिलने के बाद मलयेशिया में फंसे मजदूरों के परिजन काफी चिंतित व परेशान हैं.
डेढ़ माह पहले विदेश गये थे मजदूर : पाइप फिटर का कार्य करने के लिए करीब डेढ़ माह पहले ही 110 मजदूर मलयेशिया गये थे. पहले तो, उन्हें कंपनी के एजेंट ने बेहतर सुविधा, मोटी तनख्वाह और अन्य सुविधा दिलाने का सब्जबाग दिखाया. परंतु मलयेशिया पहुंचे मजदूरों से जब घास काटने और शौचालय साफ करने को कहा गया, तो पता चला कि वह अब फंस चुके हैं. उन्हें खाना भी समय पर नहीं दिया जा रहा है. इतना ही नहीं, पीने का पानी भी नहीं मिल रहा है. निर्धारित समय से अधिक देर तक कार्य कराया जा रहा है.
कड़ी निगरानी में रखे गये हैं मजदूर : कन्जुमद्दीन पावर प्लांट जलान कुकुप मलयेशिया में कार्य के लिए ले जाये गये मजदूरों को कंपनी ने कड़ी निगरानी में रखा है. मजदूरों को अपने परिजनों से बात भी नहीं करने दिया जा रहा है. डेढ़ माह से कार्य कर रहे मजदूरों को मजदूरी का भी भुगतान नहीं किया जा रहा है. कई अन्य तरह की प्रताड़ना भी दिया जा रहा है.
क्या कहते हैं डीएम
मजदूर के परिजन ने इसकी शिकायत की है. इस आलोक में विदेश मंत्रलय से संपर्क किया जा रहा है और मलयेशिया में फंसे मजदूरों को स्वदेश वापसी का प्रयास किया जा रहा है. दीपक आनंद ,जिलाधिकारी, सारण
फंसे हुए हैं ये युवक
कुमार धर्मेद्र, कुमार अजीत
भगत विनोदानंद, चौधरी पप्पू कुमार, महतो राम बालक, कुमार सतीश, मुस्तकीम मोहम्मद, सिंह देवा नंद, कुमार सिंह अभिमन्यु, कुमार चंदन, कुमार अरुण कुमार, चंद्रमा यादव, कुमार रणजीत, राम अनु कुमार
परिजनों ने लगायी गुहार
मलयेशिया में फंसे मजदूरों के परिजनों ने डीएम को आवेदन देकर कार्रवाई की गुहार की है.मांझी थाना क्षेत्र के ताजपुर फुलवरिया निवासी तथा मुबारकपुर हाइस्कूल के प्रधानाध्यापक प्रभुनाथ सिंह ने डीएम को दिये गये आवेदन में कहा है कि उनके पुत्र अरुण कुमार सिंह समेत करीब 110 मजदूर मलयेशिया में फंसे हुए हैं. वह अपने देश वापस लौटना चाहते हैं, लेकिन कंपनी के द्वारा बंधक बना कर रखा गया है. मलयेशिया में फंसे मजदूरों को अपने परिजनों से भी बात नहीं करने दिया जा रहा है.

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