कोलकाता:कोलकाता के बाहरी इलाके में बसे कामदूनी गांव में खौफजदा महिलाओं को सौर उर्जा राहत दिलायेगी क्योंकि इस जगह की कई महिलाओं ने 20 साल की एक लड़की के साथ बेरहमी से किये गये दुष्कर्म एवं हत्या के कारण सूर्यास्त के बाद अपने घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया था.
ग्रीन तारा सामाजिक पहल के जरिये उन जगहों की गरीब महिलाओं को केंद्रित किया गया, जहां स्ट्रीट लाइट बिल्कुल नहीं है या बहुत कम हैं. इसके तहत पीड़ित महिलाओं एवं उनके परिवारों सहित विभिन्न महिलाओं को सौर पैनलों के जरिये सशक्तीकरण करने की पहल शुरू की गयी है. महिला कार्यकर्ता संतश्री चौधरी ने बताया, ‘सड़कों की स्थिति उस समय बेहद नाजुक हो जाती है जब अंधेरा होता है. लिहाजा हम सुरक्षित एवं प्रदूषण रहित उर्जा का उपयोग कर सभी अंधेरों कोनों को मिटाने का प्रयास कर रहे हैं.’
संतश्री अपने भागीदार एवं सामाजिक उद्यमी विनीता शर्मा के साथ कामदूनी गांव में सोलर लालटेन वितरित कर रही हैं ताकि महिला सूर्यास्त के बाद सुरक्षित तरीके से आस-पास घूम सकें. कंपनियों को प्रायोजक बना कर वे राज्य की अन्य पीड़िताओं एवं उनके परिवारों को यह मदद मुहैया कराने की योजना बना रहे हैं.