वाशिंगटन : अमेरिका और भारत के रिश्तों के इस समय कुछ मतभेदों के बावजूद सर्वाधिक बेहतरीन दौर से गुजरने की बात करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसेन राइस ने कहा है कि दोनों देशों के बीच यह गठजोड दोनों पक्षों एवं वृहद क्षेत्र के लिए आर्थिक एवं सुरक्षा दृष्टि से लाभदायक रहेगा.
राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा दूसरी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति कांग्रेस के सामने प्रस्तुत करने के कुछ घंटों बाद राइस (50) ने वाशिंगटन में जनता के सामने कहा कि भारत-अमेरिका के रिश्तों की नयी गर्मजोशी किसी दूसरे राष्ट्र की कीमत पर नहीं है और ना ही इसका उद्देश्य क्षेत्र में शक्ति संतुलन बनाना है.
राष्ट्रीय सुरक्षा नीति से एशिया प्रशांत क्षेत्र में ओबामा प्रशासन द्वारा भारत के साथ मिलकर काम करने के स्पष्ट संकेत मिलने के संबंध में किए गए सवाल पर राइस ने कहा, ‘मैं इसे इस तरह से नहीं कहूंगी.’ राइस ने बुकिंग्स इंस्टीट्यूट में कहा, ‘मैं कहूंगी कि ये दोनों बेहद महत्वपूर्ण संबंध हैं जिनका निर्माण करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं लेकिन ये बहुत अलग हैं.’
राइस बीते माह ओबामा की भारत यात्रा पर उनके साथ आई थीं. उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति बराक ओबामा की हालिया भारत यात्रा एक और महत्वपूर्ण रिश्ते को मजबूती प्रदान करने वाली है जिससे हमारे दोनों देशों और एक बडे क्षेत्र को आर्थिक और सुरक्षा लाभ हासिल होंगे और इससे एक अरब से अधिक लोगों के जीवनस्तर को उपर उठाने में मदद मिलेगी.’
राइस ने कहा, ‘जिन क्षेत्रों में हम सहयोग को विस्तार दे सकते हैं, हमने दिखाया है कि विस्तार की यह क्षमता पहले से कहीं अधिक है. हम ऐसा करेंगे लेकिन मैं यह नहीं कहूंगी कि ऐसा बिना किसी भी मतभेद और वैचारिक भिन्नता के होगा.’ उन्होंने कहा कि भारत के सामने विकास से जुडी बडी और वास्तविक चुनौतियां रही हैं और अंतररष्टरीय व्यवस्था में उसका एक इतिहास है जो उसे अमेरिका से भिन्न बनाता है.