अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अपनी तीन दिवसीय भारत यात्र के बाद मंगलवार को सऊदी अरब के लिए रवाना हो गये. इस यात्र ने दोनों देशों के बीच कई पुराने बंद पड़े रास्तों को खोल दिया और भविष्य के लिए नयी संभावनाओं की नींव रखी. पहले दिन जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओबामा ने मुद्दों, समझौतों पर चर्चाओं के बीच कई करार किये, वहीं दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि ओबामा दंपती ने राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में भारत की संस्कृति, शक्ति और संभावनाओं को देखा और समझा. और जाते-जाते अपने अजीज ‘दोस्त’ यानी भारत से ओबामा आग्रह कर गये कि ‘धर्म के नाम पर मत बटों, क्योंकि यहां की जो विविधता है उसपर दुनिया को नाज है. ’
नयी दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने तीन दिवसीय भारत दौरे के आखिरी दिन मंगलवार को दिल्ली के सीरी फोर्ट ऑडिटोरियम में दिये अपने भाषण में आर्थिक जरूरतों के साथ आतंकवाद व धर्म के संबंध में खुलकर अपने विचार रखे. ‘नमस्ते’ से भाषण की शुरुआत और ‘जय हिंद’ से अंत करने वाले ओबामा भारतीय संस्कृति से जुड़े प्रतीकों व हस्तियों का जिक्र करना नहीं भूले, जिससे उनका भाषण काफी प्रभावी बन पड़ा.
भारत व अमेरिका को मजबूत पार्टनर बताते हुए कहा कि भविष्य की चुनौतियों से दोनों देश एक साथ निबटेंगे. हाल के वर्षो में भारत ने किसी अन्य देश के मुकाबले अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है. हम भारत की स्वच्छ ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों का स्वागत करते हैं और इसमें मदद करने के लिए तैयार हैं. धर्म की चर्चा करते हुए ओबामा ने कहा कि महात्मा गांधी कहते थे कि सभी धर्म एक ही पेड़ के फूल हैं. धर्म का गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. मेरा विश्वास है कि भारत धर्म के नाम पर नहीं बंटेगा, तो जरूर तरक्की करेगा. हर व्यक्ति को किसी भी तरह के डर के बिना अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है. और हमें समाज को बांटने वाले तत्वों से सावधान रहना होगा. आतंकवाद पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमने व भारत ने मिलकर इसे ङोला है, इसलिए साथ चलने की जरूरत है.भारत व्यापक विविधता के साथ अपने लोकतंत्र को मजबूती से आगे बढ़ाता है, तो यह दुनिया के लिए एक उदाहरण होगा.
कुक का पोता प्रेसिडेंट, चायवाले का बेटा पीएम
ओबामा ने कहा कि मेरे दादा ब्रिटिश आर्मी में कुक थे और जब मेरा जन्म हुआ था तो मेरे जैसे लोगों को वोट देने का अधिकार भी नहीं था. उन्होंने कहा, हम ऐसे देशों में रहते हैं जहां पर कुक का पोता प्रेसिडेंट बन सकता है और चाय बेचने वाले का बेटा प्रधानमंत्री. ओबामा ने कहा कि वह हर क्षेत्र में दोनों देशों को करीब देखना चाहते हैं. उन्होंने कहा, मैं चाहूंगा कि अमेरिका आनेवाले छात्रों की संख्या के मुकाबले भारत आने वाले अमेरिकी छात्रों की संख्या बढ़े.
‘‘नरेंद्र मोदी, यादगार यात्र के लिए आपका धन्यवाद. जोरदार स्वागत के लिए भारत के लोगों का भी शुक्रिया.
बराक ओबामा, राष्ट्रपति, अमेरिका
‘‘अलविदा! आपकी यात्र से भारत और अमेरिका के रिश्तों को नया आयाम मिला है और नये अध्याय की शुरु आत हुई है. शुभ यात्र.
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
मन की बात
युवकों दुनिया को एक करो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मंगलवार को अपने कार्यक्रम ‘मन की बात’ को साझा करते हुए ‘युवकों दुनिया को एक करो’ का नारा दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि एक जमाने में खासकर कम्युनिस्ट विचारधारा से प्रेरित लोग कहते थे, ‘दुनिया के मजदूरों एक हो’ यह नारा दशकों तक चलता रहा, लेकिन मैं समझता हूं आज के युवा की जो शक्ति है और जो उसकी पहुंच है, उसे देखते हुए मैं यही कहूंगा, ‘युवकों दुनिया को एक करो. ’ एक सवाल के जवाब में ओबामा ने कहा, अब सूचनाओं के प्रवाह को रोकना संभव नहीं है.
नमस्ते, धन्यवाद और जय हिंद : ओबामा तीन दिवसीय दौरा खत्म करके मंगलवार को दोपहर बाद दो बजे सऊदी अरब के लिए रवाना हो गये. अपने स्पेशल विमान एयरफोर्स वन पर सवार होकर रवाना होने से पहले ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ने एक बार फिर हाथ जोड़ कर ‘नमस्ते’ कहा, और विदा ली.