27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सरेंडर पॉलिसी पर भरोसा नहीं, मारेंगे नक्सलियों को : सजल चक्रवर्ती

बोले मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती रांची : मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती ने कहा है कि वह नरम मानसिकता के नहीं है. उन्होंने कहा : सच पूछिए, तो मुङो सरेंडर पॉलिसी पर विश्वास नहीं है. मुङो सिद्धांत वगैरह नहीं बुझाता. सरेंडर करनेवाली ट्रेन खुल चुकी है. अभी टाइम नहीं है. नक्सली-उग्रवादी दिमाग से काम लें. जो […]

बोले मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती
रांची : मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती ने कहा है कि वह नरम मानसिकता के नहीं है. उन्होंने कहा : सच पूछिए, तो मुङो सरेंडर पॉलिसी पर विश्वास नहीं है. मुङो सिद्धांत वगैरह नहीं बुझाता.
सरेंडर करनेवाली ट्रेन खुल चुकी है. अभी टाइम नहीं है. नक्सली-उग्रवादी दिमाग से काम लें. जो कूद कर चढ़ सकता है, ट्रेन में आ जाये, नहीं तो बीहड़ में मिलने पर जिंदा नहीं छोड़ेंगे. वह एक माओवादी व पीएलएफआइ के तीन उग्रवादियों के सरेंडर करने के दौरान गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे.
कब किसने सपोर्ट किया नहीं देखेंगे : उन्होंने कहा : माओवादी, टीपीसी, जेपीसी व पीएलएफआइ सभी अपराधी और लुटेरे हैं. इसलिए सरेंडर करने पर इनसे हाथ नहीं मिलाया. इनके डर से गांवों में एंबुलेंस चलाने के लिए ड्राइवर नहीं मिलता. महिलाओं और बच्चों का इलाज नहीं हो रहा है. कार्रवाई के दौरान यह नहीं देखा जायेगा कि कौन किस गैंग का है. कब किसने किसको सपोर्ट किया. सबको एक आंख से देखेंगे और तीन माह में नक्सलियों व उग्रवादियों को खत्म कर देंगे. इसके बाद प्रभावित इलाकों का विकास किया जायेगा.
जहां से पैसे आते हैं, उसे भी बंद कर देंगे : मुख्य सचिव ने कहा : जहां से नक्सलियों को पैसे आते हैं, उसे बंद कर देंगे. कोयला-लोहा चोरी बंद होगा. अब या तो हमलोग मारे जायेंगे या उन्हें मार देंगे.
उन्होंने कहा : हमलोगों ने ऑपरेशन कारो-एक शुरू किया था. लेकिन उसे जारी नहीं रख पाये. अभी की सरकार ने हमें खुली छूट दे रखी है. मुख्य सचिव ने पुलिस की कार्रवाई की प्रशंसा की. कहा : दिल्ली में भी इस बात की चर्चा हो रही है कि पुलिस प्रमुख खुद अभियान में शामिल होते हैं.
67 नक्सलियों ने सरेंडर किया
एडीजी स्पेशल ब्रांच रेजी डुंगडुंग ने बताया : सरेंडर पॉलिसी लागू होने के बाद अब तक 67 नक्सलियों और उग्रवादियों ने सरेंडर किया है. इनमें 35 को जमीन उपलब्ध करा दी गयी है. पांच को पुलिस में नौकरी दी गयी है. सात नक्सलियों को ड्राइविंग की ट्रेनिंग दी जा रही है.
एक महिला नक्सली को गिरिडीह में आइटीआइ का प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है. कई नक्सली-उग्रवादी होटल चलाना चाहते हैं, उसके लिए प्रयास किया जा रहा है.
नक्सलियों व उग्रवादियों के पास विकल्प नहीं : डीजीपी
मौके पर डीजीपी राजीव कुमार ने कहा : नक्सलियों-उग्रवादियों का समय खत्म हो गया है. उनका प्रभाव क्षेत्र घट रहा है. उनके पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है. पुलिस की कार्रवाई तेज हुई है. झारखंड की सरेंडर पॉलिसी आकर्षक है. इसलिए नक्सली- उग्रवादी सरेंडर करें और मुख्य धारा में शामिल हों. पुलिस अब रुकने वाली नहीं है.
इन्होंने किया सरेंडर : भाकपा माओवादी के नक्सली लालदीप सिंह खरवार उर्फ बंधन सिंह और पीएलएफआइ के उग्रवादी जय प्रकाश भुईयां, रंजीत प्रधान व राजकमल गोप उर्फ फौजी

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें