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छपरा में अपराधियों ने मारी गोली, थानेदार ने जान देकर बैंक लूटने से बचायी

पटना/छपरा: सारण जिले में स्टेट बैंक के 2.5 करोड़ रुपये को लूटने से बचाने के लिए निकले इसुआपुर के थानाध्यक्ष संजय कुमार तिवारी की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. घटना सोमवार को दोपहर दो बजे इसुआपुर थाने के श्यामकौड़िया ढाले के पास हुई. ये अपराधी कैश वैन के आने के इंतजार में […]

पटना/छपरा: सारण जिले में स्टेट बैंक के 2.5 करोड़ रुपये को लूटने से बचाने के लिए निकले इसुआपुर के थानाध्यक्ष संजय कुमार तिवारी की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. घटना सोमवार को दोपहर दो बजे इसुआपुर थाने के श्यामकौड़िया ढाले के पास हुई. ये अपराधी कैश वैन के आने के इंतजार में खड़े थे.

पूछताछ करने पर उन्होंने थानेदार को गोली मार दी और हथियार लहराते हुए आराम से निकल गये. वे थानेदार का सर्विस रिवॉल्वर भी लेते गये. वर्ष 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर श्री तिवारी नालंदा जिले के लहेरी थाने के मुरारपुर ब्रह्नास्थान के निवासी थे.

घटना की जानकारी मिलते ही डीजीपी पीके ठाकुर ने मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक की. बैठक के दौरान सीआइडी के आइजी विनय कुमार को तत्काल मौके के लिए रवाना किया गया. साथ ही तेज-तर्रार अधिकारियों की छह टीमों का गठन कर उन्हें मामले की जांच करने और हत्यारों को गिरफ्तार करने का दायित्व सौंपा गया है. बताया जाता है कि थानाध्यक्ष को एसबीआइ की छपरा शाखा से श्याम कौरिया शाखा ले जाये जा रहे 2.5 करोड़ की लूट की साजिश की सूचना मिली थी. इस पर थानाध्यक्ष बैंक चले गये और वहां पता चला कि राशि अभी पहुंची नहीं है. इस पर थानाध्यक्ष उधर ही चल पड़े, जिधर से बैंक के लाये जा रहे थे. इस बीच श्याम कौरिया ढाला के पास पल्सर मोटरसाइकिल के साथ तीन अपराधी खड़े थे. थानाध्यक्ष को शक हुआ, तो अपनी कार से उतर कर वे तीनों से पूछताछ करने लगे.

उन्होंने बॉडी सर्च करना चाहा, तो तभी उनमें से एक ने अपने जैकेट से नाइन एमएम की पिस्टल निकाल कर थानाध्यक्ष के चेहरे व कंधे पर तीन गोलियां दाग दीं. थानाध्यक्ष वहां गिर पड़े, जिसके बाद उनका सर्विस रिवाल्वर लेकर अपराधी आराम से चलते बने. फिल्मी स्टाइल में हथियार लहराते हुए वे श्याम कौरिया मेन मार्केट, चकहन होते हुए आगे निकल गये. घायल थानाध्यक्ष को इसुआपुर बाजार स्थित एक नर्सिग में भरती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया और डॉक्टर बीके सिंह स्वयं अपने एंबुलेंस से लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. अस्पताल पहुंचने के बाद कुछ समय तक इलाज चला. इसी क्रम में थानाध्यक्ष ने दम तोड़ दिया.

कैश वैन में थे 2.5 करोड़ : कैश वैन से स्टेट बैंक की मुख्य शाखा, छपरा से 2.5 करोड़ की राशि ले जायी जा रही थी. इसमें 40 लाख रुपये श्यामपौरिया शाखा के लिए थे, जबकि शेष राशि दूसरी शाखाओं के लिए ले जायी जा रही थी. एसबीआइ के मुख्य शाखा मुख्य शाखा प्रबंधक राकेश कुमार ने बताया कि सुबह में कैश वैन से करीब चार करोड़ रुपये विभिन्न शाखाओं के लिए भेजे गये थे. श्यामपौरिया शाखा के पहले कैश वैन से करीब डेढ़ करोड़ रुपये विभिन्न शाखाओं में वितरित किये जा चुके थे. श्यामपौरिया शाखा में 40 लाख राशि देने के बाद कैश वैन के अन्य शाखाओं में राशि पहुंचाने का कार्यक्रम था. उसी राशि को लूटने की बनायी गयी योजना को थानाध्यक्ष संजय कुमार तिवारी ने विफल कर दिया, जिसके कारण अपराधियों ने उनकी हत्या कर दी. घटना की सूचना पहले ही जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारियों को मिल गयी थी. डीआइजी विनोद कुमार, एसपी सत्यवीर सिंह, एसडीपीओ राजकुमार कर्ण, एसडीओ कयूम अंसारी, डीडीसी राजीव वर्मा समेत कई अधिकारी पहुंचे. घायल थानाध्यक्ष के आने के पहले ही सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ शंभुनाथ सिंह, डॉ एसपी सिंह, डॉ अमरेश कुमार समेत कई चिकित्सक अस्पताल पहुंच गये थे और ऑपरेशन थियेटर को तैयार रखा गया था.

घटना की सूचना पाकर मढ़ौरा एसडीपीओ कुंदन कुमार तथा एसडीओ मनीष कुमार पहुंचे और संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी. घायल थानाध्यक्ष को सदर अस्पताल लाये जाने की सूचना पाकर नगर थानाध्यक्ष शरतेंदू शरत, मुफस्सिल थानाध्यक्ष शंभुशरण सिंह, रिविलगंज थानाध्यक्ष पीके राय, मांझी थानाध्यक्ष धर्मेद्र कुशवाहा, जलालपुर थानाध्यक्ष मनीष कुमार, छपरा रेल थानाध्यक्ष सुनील कुमार द्विवेदी समेत काफी संख्या में पुलिस पदाधिकारी पहुंचे. देर शाम शव का पोस्टमार्टम किया गया. मृत थानाध्यक्ष की पत्नी भी अस्पताल पहुंच गयी. उनका रो-रो कर बुरा हाल था. श्री तिवारी 15 दिन पूर्व ही पत्नी व एक वर्ष के पुत्र के साथ बिहारशरीफ आये थे और पुन: जल्द आने की बात उन्होंने कही थी.

सारण के एसपी सत्यवीर सिंह ने बताया कि घटना के तुरंत बाद सभी थाना को अलर्ट कर दिया गया है. संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है और जिले की सीमा को सील कर दिया गया है. जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी की जायेगी.

10 लाख मुआवजा एक को नौकरी

मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मृत थानेदार संजय कुमार तिवारी के आश्रितों को 10 लाख रुपये मुआवजा और एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की. सीएम ने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि हम अपने बहादुर बेटे की शहादत से मर्माहत हैं.

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