चांद आज वर्ष भर में सबसे चमकीला एवं बड़ा नजर आया. साइंस पॉपुलराइजेशन एसोसिएशन ऑफ कम्युनिकेटर्स एंड एडुकेटर्स के निदेशक सी. बी. देवगन ने कहा, ‘‘वर्ष में अन्य पूर्ण चांद की तुलना में आज का पूर्ण चांद करीब 14 फीसदी बड़ा और 30 फीसदी ज्यादा चमकीला था.’’ उन्होंने कहा कि पूर्ण चांद भारतीय मानक समय के मुताबिक चार बजकर 41 मिनट पर बेहतरीन नजर आया.
सुपर मून वह स्थिति है जब चांद पृथ्वी से अपने कक्ष पर थोड़ा नजदीक होता है और यह प्रभाव ज्यादा ध्यानाकर्षक होता है जब पूर्ण चांद की स्थिति आती है. नासा के गोडार्ड अंतरिक्ष उड़ान केंद्र के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. जिम गारविन ने कहा, ‘‘ऐसे समय में पृथ्वी से चांद की दूरी भले ही कुछ फीसदी कम हो लेकिन चांद ज्यादा बड़ा दिखता है.’’ यह घटना इसलिए होती है कि चांद का कक्ष वृत्ताकार है जिसका एक हिस्सा दूसरे हिस्से की तुलना में 50 हजार किलोमीटर ज्यादा नजदीक है. इस तरह की अंतिम खगोलीय घटना छह मई 2012 को हुई थी.