भारत को खेल समाप्त होने से केवल कुछ क्षण पहले पेनल्टी कॉर्नर मिला और इसी के साथ खिलाड़ियों के दिलों की धड़कने बढ़ गई.
सामने था ग्रेट ब्रिटेन का गोल पोस्ट और उसमें मौजूद गोलकीपर और उनके साथी.
ऐसे में भारत के हरमनप्रीत सिंह का दनदनाता ड्रैग फ्लिक गोलकीपर की बाईं ओर से सीधा गोल पोस्ट में समा गया और 2-1 के स्कोर के साथ भारत ने मैच, फाइनल और चौथा सुल्तान जौहर कप अंडर-21 हॉकी टूर्नामेंट अपने नाम किया.
भारत ने लगातार दूसरी बार इस टूर्नामेंट को जीता है. इससे पहले हरमनप्रीत सिंह ने ही भारत को पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल कर 1-0 की बढ़त दिलाई थी.
दोहरी खुशी
बाद में ग्रेट ब्रिटेन के सैमुअल फ्रैंच ने इग्लैंड को 1-1 की बराबरी दिलाई.
अब इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि ब्रिटेन के गिबसन को सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का पुरस्कार मिला लेकिन उनके सामने ही खड़ी भारतीय हॉकी टीम जैसे उनसे उनकी खुशी छीन रही थी.
भारत की सीनियर हॉकी टीम ने पिछले दिनों इंचियोन में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था.
ऐसे में जूनियर टीम की जीत और वह भी सभी टीमों को हराकर टूर्नामेंट जीतना भारतीय हॉकी के लिए दोहरी खुशी का सबब है.
लीग मुकाबले
वैसे भारत ने इस टूर्नामेंट में अपने अभियान का आग़ाज़ न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 2-1 से जीत के साथ किया.
इसके बाद अगले मुक़ाबले में भारत को ब्रिटेन के हाथों 2-0 से हार का सामना करना पडा.
तीसरे लीग मुक़ाबले में भारत का सामना पाकिस्तान से था.
इस मैच को भारत ने बेहद आसानी से 6-0 से अपने नाम किया.
पाकिस्तान के ख़िलाफ मिली इस जीत से उत्साहित भारत ने इसके बाद मेज़बान मलेशिया को भी 4-2 से हराया.
इस टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूज़ीलैंड को 6-2 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया.
भारत की जीत के नायक रहे हरमनप्रीत सिंह जिन्होने मलेशिया के ख़िलाफ भी हैट्रिक जमाई थी.
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