वाशिंगटन : अलकायदा नेता आयमन मोहम्मद रबी अल जवाहिरी ने अमेरिकी सांसदों को यह जानकारी दी है कि, भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा का गठन, संगठन से अलग होकर बने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांट की प्रतिक्रिया में नहीं किया गया है.
गौरतलब हो कि अमेरिका के राष्ट्रीय आतंकवाद रोधक केंद्र के निदेशक जी ओल्सन ने कल गृह सुरक्षा मामलों की सदन की समिति के समक्ष कहा, हमारा मानना है कि एक्यूआइएस का गठन, आइएसआइएल में अलकायदा के बिखराव की प्रतिक्रिया में नहीं हुआ है, हालांकि इसकी घोषणा के समय को वैश्विक जिहाद आंदोलन में अलकायदा की स्थिति को मजबूत करने के लिए किया जा सकता है. इस महीने अलकायदा ने अपने नए संगठन भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा (एक्यूआइएस) के गठन की घोषणा की थी.
ओल्सन ने कहा कि अलकायदा ने एक्यूआइएस के अस्तित्व की बात सोशल मीडिया और वेब फोरमों के जरिये की थी. अलकायदा ने कहा था कि इसे बनाने में दो साल का समय लगा. ग्यारह सितंबर को एक्यूआइएस ने सार्वजनिक रुप से दावा कर कराची नौसैन्य बंदरगाह पर पाकिस्तानी नौसेना के एक पोत पर विफल हमले की जिम्मदारी ली थी.
उन्होंने कहा कि समूह ने अमेरिकी नौसेना के एक जहाज पर हमले की योजना बनाई थी. ओल्सन ने कहा कि एक्यूआइएस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक वरिष्ठ अधिकारी की इस महीने के शुरु में हत्या किए जाने की जिम्मेदारी भी ली.
उन्होंने कहा कि लश्कर ए तैयबा ने दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर रखा है. वह भारत और पाकिस्तान के बीच अच्छे संबंधों के खिलाफ है और इसके नेता लगातार अमेरिका के खिलाफ बोलते हैं. वे दोनों देशों पर पाकिस्तान को अस्थिर करने का आरोप लगाते हैं.