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शिव सेना का शिवाजी पार्क से क्या है नाता?

<figure> <img alt="महाराष्ट्र" src="https://c.files.bbci.co.uk/9A08/production/_109923493_gettyimages-98805373.jpg" height="549" width="976" /> <footer>Getty Images</footer> </figure><p>गुरुवार 28 नवंबर 2019 को ठाकरे परिवार के पहले सदस्य मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. </p><p>शिव सेना पार्टी की स्थापना करने वाले बाला साहेब ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे महाविकास अघाड़ी (शिव सेना, कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन) के नेता के रूप में महाराष्ट्र […]

<figure> <img alt="महाराष्ट्र" src="https://c.files.bbci.co.uk/9A08/production/_109923493_gettyimages-98805373.jpg" height="549" width="976" /> <footer>Getty Images</footer> </figure><p>गुरुवार 28 नवंबर 2019 को ठाकरे परिवार के पहले सदस्य मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. </p><p>शिव सेना पार्टी की स्थापना करने वाले बाला साहेब ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे महाविकास अघाड़ी (शिव सेना, कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन) के नेता के रूप में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं.</p><p>ये कार्यक्रम शाम के 6.40 बजे दादर के नज़दीक शिवाजी पार्क में होने वाला है.</p><p>शिवाजी पार्क को शिव सेना, शिव तीर्थ भी कहती है. शिव सेना के इतिहास और अस्तित्व से इस पार्क का गहरा नाता है और इसी कारण शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन इस पार्क में किया जा रहा है.</p><p>19 जून 1966 में जब शिव सेना की स्थापना हुई तब से लेकर अब तक शिव सेना के इतिहास में शिवाजी पार्क का अहम स्थान है. पार्टी के तौर पर शिव सेना में जितनी भी महत्वपूर्ण कार्यक्रम और घोषणाएं हुई हैं वो इसी पार्क से हुई हैं. </p><p>पार्टी की जो पहली रैली हुई थी वो दशहरे को 30 अक्तूबर 1966 को हुई थी और इसी पार्क में हुई थी.</p><p>कहा जाता है कि उस वक़्त चार लाख लोग उस रैली में शिरकत करने आए थे. अब भी मैंने देखा है कि क़रीब एक लाख लोग यहां होने वाली रैलियों में आते हैं.</p><p>आम लोगों के लिए ये शिवाजी पार्क है जहां खिलाड़ी क्रिकेट खेलते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. </p><p>इसी ग्राउंड पर सचिन तेंडुलकर और सुनील गावस्कर ने अपने क्रिकेट के शुरुआती दौर की शुरुआत की थी. लेकिन शिव सेना इसे पवित्र जगह मानती है और इसे शिव तीर्थ के नाम से पुकारती है.</p><figure> <img alt="महाराष्ट्र के दादर में शिवाजी पार्क" src="https://c.files.bbci.co.uk/16B85/production/_109916039_3089daa4-ee8b-4ac7-9c65-f7e0172ab7a7.jpg" height="549" width="976" /> <footer>Reuters</footer> </figure><p>1966 में शिव सेना पहले दशहरा समारोह के बाद से लेकर आज तक यहां लगातार हर साल दशहरा मेला लगता है. बीच में केवल तीन साल किन्हीं कारणों से ये मेला नहीं लगा था. इस मेले में मुंबई के बाहर से भी लोग आते हैं.</p><p>बाला साहेब ठाकरे अपनी किसी भी नई भूमिका के बारे में या फिर फ़ैसले के बारे में इसी दशहरे मेले में बताया करते थे.</p><p>1975 में उन्होंने इंदिरा गांधी के आपातकाल लगाने का समर्थन करने की बात हो या फिर 1985 के बाद जब भी उन्होंने हिंदुत्व को लेकर अपनी और पार्टी की भूमिका के बारे में बात हो या फिर बाद में बीजेपी के साथ आने की बात हो – ये सभी घोषणाएं उन्होंने शिवाजी पार्क से ही की हैं. इस कारण पार्टी के लिए ये बेहद अहम पार्क है.</p><p>बाद में बाल ठाकरे की पत्नी मीना ताई ठाकरे का निधन हुआ तो इसी शिवाजी पार्क में उनका मेमोरियल बनाया गया था.</p><figure> <img alt="महाराष्ट्र के दादर में शिवाजी पार्क" src="https://c.files.bbci.co.uk/36ED/production/_109916041_gettyimages-1183372580.jpg" height="549" width="976" /> <footer>Getty Images</footer> <figcaption>शिवाजी पार्क में बने बाला साहेब ठाकरे के मेमोरियल पर शिव सेना की युवा शाखा, युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे</figcaption> </figure><p>जब बालासाहेब ठाकरे का निधन हुआ तब शिव सेना ने उनका अंतिम संस्कार पार्टी की भाषा में शिव तीर्थ में किए थे.</p><p>उस वक़्त काफी विवाद हुआ था लेकिन फिर भी चूंकि शिव सेना के अस्तित्व के साथ इस पार्क का महत्वपूर्ण नाता था, उनका अंतिम संस्कार इसी पार्क में हुआ था.</p><p>इस पार्क से क़रीब 50 फीट पर शिव सेना भवन है जो पार्टी का मुख्यालय है. यहीं पर बाला साहेब ठाकरे का दफ्तर हुआ करता था.</p><p>बाला साहेब के अंतिम संस्कार के बाद वहां उनका एक स्मृति स्थल भी बनाया गया है जहां पर अखंड ज्योति हमेशा जलती रहती है.</p><p>कुछ दिन पहले जब शिव सेना की सरकार बनने वाली थी तब शिव सेना के सभी विधायकों को वहीं पर शपथ भी दिलाई गई थी.</p><p>इसी शिवाजी पार्क से सटा है मुंबई का मेयर बंगला. बाला साहेब के निधन के बद शिव सेना ने मांग की थी कि मेयर बंगले को उनकी याद में एक स्मारक के रूप में तब्दील किया जाए. अभी वहां पर बाला साहेब का स्मारक बनने जा रहा है.</p><figure> <img alt="महाराष्ट्र के दादर में शिवाजी पार्क" src="https://c.files.bbci.co.uk/850D/production/_109916043_gettyimages-1174745293.jpg" height="549" width="976" /> <footer>Getty Images</footer> </figure><p>शिव सेना के लिए ही नहीं बल्कि बाला साहेब के भतीजे राज ठाकरे के लिए भी शिवाजी पार्क बेहद अहम हैं. राज ठाकरे ने अपनी पार्टी महाराष्ट्र नव निर्माण सेना की घोषणा भी यहीं से की थी. उनकी इस सभा में करीब 1.5 लाख लोग आए थे.</p><p>लेकिन शिवाजी पार्क में रैलियां करने पर बाद में रोक लगा दी गई थी. शिव सेना ही नहीं कई राजनीतिक पार्टियां भी यहां रैलियां करती थीं. मुंबई की बड़ी-बड़ी रैलियां इसी मैदान में हुई हैं.</p><p>लेकिन दादर के जिस इलाक़े में शिवाजी पार्क है वो रिहाइशी इलाक़ा है और यहां के निवासियों को शिकायत थी कि रैलियों के कारण स्कूलों के बच्चों को दिक्क़त होती है, अस्पताल में आने-जाने वालों को दिक्क़त होती है और साथ ही ध्वनि प्रदूषण भी होता है.</p><p>मामला कोर्ट में गया और कोर्ट ने मैदान में रैलियों पर रोक लगा दी.</p><p>हालांकि बाद में ये तय हुआ कि साल में तीन-चार दिन ऐसे होंगे जब इस पार्क में सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए इजाज़त दी जाए.</p><p>इसी सांस्कृतिक कार्यक्रम में से एक दिन शिव सेना का दशहरा मेला होता है.</p><figure> <img alt="महाराष्ट्र के दादर में शिवाजी पार्क" src="https://c.files.bbci.co.uk/144D9/production/_109916138_gettyimages-1063180178.jpg" height="549" width="976" /> <footer>Getty Images</footer> </figure><p>कोर्ट के आदेश के बाद हर साल शिव सेना इस कार्यक्रम का आयोजन करती है लेकिन ये राजनीतिक कार्यक्रम नहीं होता.</p><p>यही कारण है कि पार्टी चाहती है कि जब उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी नई पारी की शुरुआत करें तो वो इसी पार्क से हो.</p><p>इसी मैदान से पार्टी के नेता मनोहर जोशी ने भी मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.</p><p>शिवाजी पार्क, शिव सेना के अस्तित्व में आने के बाद से पार्टी के हर महत्वपूर्ण फ़ैसले और मोड़ का गवाह रहा है. </p><p>यही कारण है कि ठाकरे परिवार के सदस्य अगर सत्ता के गलियारे में क़दम रखें तो औपचारिक तौर पर इसी मैदान से होते हुए जाएं.</p><p><strong>(</strong><strong>बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप </strong><a href="https://play.google.com/store/apps/details?id=uk.co.bbc.hindi">यहां क्लिक</a><strong> कर सकते हैं. आप हमें </strong><a href="https://www.facebook.com/bbchindi">फ़ेसबुक</a><strong>, </strong><a href="https://twitter.com/BBCHindi">ट्विटर</a><strong>, </strong><a 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