भारत की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफ़ोसिस ने कहा है कि विशाल सिक्का उसके अगले मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक (सीईओ और एमडी) होंगे.
सिक्का इससे पहले सॉफ़्टवेयर और उससे जुड़ी सेवाएं देने वाली जर्मनी की कंपनी एसएपी एजी के कार्यकारी बोर्ड में थे.
यह पहली बार होगा कि इस पद के लिए इंफ़ोसिस ने अपने किसी संस्थापक को नहीं चुना है. सिक्का की नियुक्ति एक अगस्त से प्रभावी होगी.
कंपनी ने साथ ही यह घोषणा भी की है कि उसके कार्यकारी अध्यक्ष एनआर नारायणमूर्ति और कार्यकारी उपाध्यक्ष एस गोपालकृष्ण 14 जून को अपने पद छोड़ देंगे.
शेयर बाज़ार को गुरुवार को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा है कि नारायणमूर्ति 11 अक्तूबर से अवकाशप्राप्त अध्यक्ष की भूमिका में आ जाएंगे.
स्थापना
कंपनी ने कहा है कि सिक्का कंपनी के वर्तमान सीईओ एसडी सिबूलाल की जगह लेगें. सिबूलाल उन सात इंजीनियरों में शामिल हैं, जिन्होंने 1981 में इंफ़ोसिस की स्थापना की थी.
अपनी नियुक्ति की घोषणा के बाद विशाल सिक्का ने कहा, ”मुझे इंफ़ोसिस का नेतृत्व करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. यह एक ऐसी प्रतिष्ठित कंपनी है जिसकी स्थापना तकनीकी उद्योग के अगुआ लोगों ने की थी. मैं दुनियाभर में फैले इंफ़ोसिस के दक्ष लोगों के साथ काम करने और उनसे कुछ सीखने को लेकर काफ़ी उत्सुक हूं.”
उन्होंने कहा कि यह अवसर देने के लिए वो प्रशासन समिति, कामथ, नारायणमूर्ति और बोर्ड के अन्य सदस्यों के आभारी हैं.
कंपनी के नए सीईओ को युवा कर्मचारियों के कंपनी छोड़कर जाने पर रोक लगानी होगी और निवेशकों में विश्वास जगाना होगा. पिछले साल जून से लेकर अब तक इंफोसिस से कम से कम 11 कार्यकारी अधिकारी कंपनी छोड़कर जा चुके हैं.
नारायणमूर्ति सेवानिवृत्त होने के बाद एक बार फिर अपने बेटे रोहन के साथ कंपनी में लौटे थे. रोहन उनके कार्यकारी सहायक थे.
शेयरधारकों की बैठक
इंफ़ोसिस अपना बहुत सारा काम टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और विप्रो जैसी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के हाथों गंवा चुकी है.
इंफ़ोसिस ने कहा है कि गुरुवार को अध्यक्ष के दफ़्तर को भंग कर दिया जाएगा और रोहन शनिवार को कंपनी छोड़ देंगे. उसी दिन बंगलोर में कंपनी के शेयरधारकों की बैठक बुलाई गई है.
नारायणमूर्ति ने कहा है, ”विशाल सिक्का ने एक बड़ी और वैश्विक कंपनी में काम किया है, इसलिए वो महत्वपूर्ण अनुभव लेकर आएंगे. उनका अब तक का ट्रैक रिकॉर्ड और मूल्य प्रणाली उन्हें इंफ़ोसिस का नेतृत्व करने के लिए एक आदर्श विकल्प बनाएगा.”
केवी कामथ बोर्ड के ग़ैर कार्यकारी अध्यक्ष होंगे.
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