नयी दिल्ली/ लंदन : शराब कारोबारी विजय माल्या ने बुधवार को कहा कि वह भारत से रवाना होने से पहले वित्त मंत्री से मिला था. लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होने के लिए पहुंचे माल्या ने संवाददाताओं को बताया कि उसने मंत्री से मुलाकात की थी और बैंकों के साथ मामले का निपटारा करने की पेशकश की थी.
उधर, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विजय माल्या के दावे को झूठा करार देतेहुएकहा किएकसांसद होने के नाते विजय माल्या से मुलाकात हुई होगी, लेकिन उसका यह दावाकिउसने मुझसे मिलकर मामले के निपटारेकी किसी तरह की पेशकश की थी,यह बिल्कुलझूठा है. उन्होंने कहा, 2014 के बाद उसे कभी मिलने का समय नहीं दिया था. विजय माल्या के भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री से मिलने के दावे पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने कहाकि सरकार को बताना होगा कि विजय माल्या को भारत से जाने कैसे दिया गया. मोदी सरकार को वित्त मंत्री जेटली से माल्या की मुलाकातों का ब्योरा देना होगा.
कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधतेहुए कहा कि जेटली से विदाई लेकर माल्या भारत से भागा था. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, भगोड़ों का साथ, लुटेरों का विकास भाजपा का एकमात्र लक्ष्य है. उन्होंने कहा, मोदी जी, आपने ललित मोदी, नीरव मोदी हमारे मेहुल भाई,अमित भटनागर जैसों को देश के करोड़ों रुपये लुटवा, विदेश भगा दिया. विजय माल्या, तो श्री अरुण जेटली से मिलकर, विदाई लेकर, देश का पैसा लेकर भाग गया है? चौकीदार नहीं,भागीदार है!
दरअसल, वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में माल्या ने मंत्री का नाम लिये बगैर कहा, ‘मैं भारत से रवाना हुआ क्योंकि मेरी जिनिवा में एक मुलाकात का कार्यक्रम था. रवाना होने से पहले मैं वित्त मंत्री से मिला था और निपटारे (बैंकों के साथ मुद्दे) की पेशकश की थी.’ गौरतलब है कि माल्या जब भारत से भागा था, उस वक्त अरुण जेटली वित्त मंत्री थे. कोर्ट में सुनवाई के दौरान भारत के अधिकारियों ने मुंबई की आर्थर रोड जेल में माल्या को रखने के लिए तैयार सेल का विडियो पेश किया.
कोर्ट में सुनवाई के बाद पत्रकारों ने जब वित्त मंत्री से मुलाकात को लेकर सवाल पूछा, तो माल्या ने कहा कि वह इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दे सकता. माल्या ने कहा कि वह कोर्ट में दिखाये गये जेल के विडियो को देखकर प्रभावित है. माल्या ने कहा कि अपने बकाये को सेटल करने के लिए बैंकों को कई बार पत्र लिखे, लेकिन बैंकों ने उसके पत्रों पर सवाल खड़े किये. माल्या ने कहा कि उस पर जो आरोप लगाये गये हैं, उनसे वह सहमत नहीं हैं. इस बारे में कोर्ट ही अंतिम फैसला लेगी. बता दें कि माल्या ने कहा था कि भारतीय जेलों की हालत बेहद खराब है, इसलिए उन्हें भारत को न सौंपा जाये. प्रत्यर्पण से बचने के लिए माल्या की इस दलील के बाद वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत ने भारतीय अधिकारियों से जेल का विडियो पेश करने को कहा था.
देश छोड़कर भागने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिलने के विजय माल्या के खुलासे को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूरी तरह से सकते में डालनेवाला बताया. कई ट्वीटों की शृंखला में केजरीवाल ने पूछा, वित्त मंत्री अब तक यह सूचना क्यों छुपा कर रखे हुए थे. केजरीवाल ने इसे बेहद सकते में डालनेवाला बताया. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नीरव मोदी के देश छोड़कर जाने से पहले उससे मिलते हैं. विजय माल्या के देश से छोड़कर जाने से पहले वित्त मंत्री उससे मिलते हैं. इन बैठकों में क्या पकाया जा रहा था? जनता यह जानना चाहती है.