।। दक्षा वैदकर।।
खु द को साबित करने का मौका बहुत कम लोगों को मिलता है और यह मौका भी जिंदगी में बहुत कम बार आता है. जिसने इस मौके को पहचान लिया और उसके अनुसार काम कर लिया, उसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता. हर ऑफिस में ऐसा दिन आता है, जब बॉस छुट्टी पर जाता है. जब ऐसा होता है, तो कर्मचारियों का अलग-अलग तरह का स्वभाव सामने आता है.
कुछ कर्मचारी सोचते हैं कि पिकनिक शुरू हो गयी. अब हमें देखनेवाला, डांटनेवाला, टोकने वाला तो है नहीं, क्यों न मजे किया जाये. वहीं कुछ कर्मचारी इसे अवसर के रूप में देखते हैं. वे बॉस की जिम्मेवारियां निभाते हैं और एक-एक काम आपस में बांट लेते हैं. वे ऐसा महसूस ही नहीं होने देते कि बॉस नहीं हैं. ऐसे कर्मचारियों की वजह से ही कंपनी अच्छी तरह से चलती है. ये कंपनी के असली हीरे हैं. इन हीरों को पहचानने की जरूरत है. बॉसेज को चाहिए कि समय-समय पर इस तरह के प्रयोग करें. किसी बहाने से छुट्टी लें और देखें कि कौन कर्मचारी उनकी जिम्मेवारी लेता है. कौन छुट्टियां मनाता है. कौन समय पर ऑफिस आता है और कौन देर रात तक काम करता है. अगर आप भी किसी कंपनी में कर्मचारी हैं और आपके बॉस छुट्टी पर जाते हैं, तो इस मौके को हाथ से न गंवायें. तुरंत हरकत में आ जायें और देखें कि कौन-कौन से काम आप कर सकते हैं.
इस खास मौके पर आप अधिकाधिक काम करने की कोशिश करें. इतना काम जरूर करें कि बॉस तक अपने-आप यह बात पहुंच जाये कि आपने उनकी अनुपस्थिति में बहुत काम किया है. यह बात आपको खुद बतानी न पड़े. दूसरी ध्यान देनेवाली बात यह है कि इतना ज्यादा या कठिन काम भी अपने हाथ में न ले लें कि आप कर न पायें और गलती हो जाये. बॉस की अनुपस्थिति में की गयी बड़ी गलती आसानी से माफ नहीं की जाती. हो सकता है कि आपको इसकी सजा भुगतनी पड़े. एक और जरूरी बात, अगर बॉस छुट्टी पर हैं, तो बेहतर होगा कि आप अपनी छुट्टी कैंसल करें. इससे अच्छा इंप्रेशन पड़ता है. इस वक्त लापरवाही बरतने से आप लापरवाह इनसान कहलायेंगे.
बात पते की..
तो दोस्तों देर किस बात की. मौका तलाशें कि कब बॉस जायें छुट्टी पर और आप उनकी भूमिका निभायें. इस मौके को बिल्कुल हाथ से न जाने दें.
समय से पहले ऑफिस आ जायें. प्लानिंग ज्यादा करें. फोकस्ड रहें और गंभीरता के साथ अधिक-से-अधिक जिम्मेवारी निभायें.