जकार्ता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया के नागरिकों के लिए 30 दिनों के नि:शुल्क वीजा की बुधवार को घोषणा की तथा भारतवंशियों को आमंत्रित किया कि वे अपने मूल देश में आकर ‘नये भारत’ को महसूस करें.
इंडोनेशिया की राजधानी स्थित जकार्ता सम्मेलन केंद्र में भारतवंशियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘हमारे देशों के नामों में न केवल साम्यता है, बल्कि भारत इंडोनेशिया मित्रता में भी एक विशिष्ट साम्य है.’ उन्होंने कहा, ‘हम इंडोनेशिया के नागरिकों को 30 दिन तक की यात्राा के लिए नि:शुल्क वीजा प्रदान करेंगे.’ मोदी ने इस अवसर पर कहा, ‘आप में से कई भारत कभी नहीं आये हैं. मैं आपको अगले वर्ष प्रयाग में कुंभ के अवसर पर आमंत्रित करता हूं.’ कुंभ मेला विश्व का ऐसा विशाल आयोजन है जिसमें सबसे अधिक लोग एकत्र होते हैं. पूर्ववर्ती सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के रूप में उनकी पहली प्राथमिकता देश को भ्रष्टाचार मुक्त कराने, नागरिक केंद्रित और विकासोन्मुखी बनाना था.
मोदी ने कहा, ‘हम ‘कारोबार की सुगमता’ की दिशा में एक कदम आगे बढ़े हैं. हमारी प्रक्रियाएं पारदर्शी और संवेदनशील हैं.’ उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान ‘जीवन की सुगमता’ पर है. उन्होंने कहा, ‘हमें नये भारत का निर्माण करना है. 2022 तक नये भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए हमें काम प्रारंभ करना है, जब भारत अपनी स्वाधीनता के 75 वर्ष का जश्न मनायेगा.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले ढाई साल में भारत में नौ हजार से अधिक स्टार्ट अप पंजीकृत हुए हैं. भारत में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्ट अप पारिस्थितिकी तंत्र निर्मित हो रहा है.
मोदी ने कहा, ‘इंडोनेशिया में रह रहे मेरे मित्रों यह सब हो रहा है. कानून समान हैं. अधिकारी समान हैं. मेज और कुर्सियां समान हैं. केवल सरकार बदली है और देश में बदलाव हो रहा है.’ उन्होंने कहा कि यदि नीति एवं नीयत स्पष्ट हो तो विकास हो कर रहता है जो हमने दिखाया है. प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी पहली बार इंडोनेशिया की सरकारी यात्रा पर मंगलवारकी रात जकार्ता पहुंचे थे. उन्होंने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति भवनों में से एक मारडेका पैलेस में इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विदोदो से मुलाकात की.