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एमबीबीएस के लिए रुख कर सकते हैं रूस का

‘कम खर्च में मेडिकल डिग्री’ का मौका मिले, तो भला कौन छोड़ेगा. 12वीं की परीक्षा के परिणाम आनेवाले हैं. अगर आपका लक्ष्य डॉक्टर बनना है, तो इस ओर जरा गौर फरमाएं. सही आवेदन प्रक्रिया और अन्य जानकारियों को इकठ्ठा करें और बढ़ाएं रूस से डॉक्टर बनने की ओर पहला कदम.. पिछली बार हमने भारत के […]

‘कम खर्च में मेडिकल डिग्री’ का मौका मिले, तो भला कौन छोड़ेगा. 12वीं की परीक्षा के परिणाम आनेवाले हैं. अगर आपका लक्ष्य डॉक्टर बनना है, तो इस ओर जरा गौर फरमाएं. सही आवेदन प्रक्रिया और अन्य जानकारियों को इकठ्ठा करें और बढ़ाएं रूस से डॉक्टर बनने की ओर पहला कदम..

पिछली बार हमने भारत के बाहर जाकर एमबीबीएस की पढ़ाई करने के अन्य बिंदुओं पर बात की थी. उसी को आज हम आगे बढ़ाते हुए रूस के सरकारी विश्वविद्यालयों में दी जानेवाली चिकित्सा की शिक्षा की बात करते हैं.

रूस विश्व का एक बेहद शक्तिशाली देश रहा है. कोई भी समाज, परिवार या देश तभी शक्तिशाली हो सकता है, जब वह शिक्षा के स्तर पर शक्तिशाली हो. अर्थात् रूस शिक्षा के स्तर पर शक्तिशाली देशों में एक रहा है. एक और विशेष बात है कि यहां के लगभग सभी मेडिकल विश्वविद्यालय सरकारी हैं.

मेडिकल की पढ़ाई के लिए भारत में छात्रों की रुचि बहुत ज्यादा देखी जाती है. बारहवीं के बाद छात्रों को वर्षो तक प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होने के प्रयास में लगे हुए देखा जा सकता है. छात्रों की संख्या के साथ यदि एमबीबीएस कॉलेजों में सीटों की तुलना की जाये, तो प्रतिशतता बेहद कम है. अर्थात् 95 फीसदी छात्र कई वर्षो के अथक प्रयास के बाद भी किसी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने में असक्षम होते हैं. ऐसा नहीं है कि ये 95 फीसदी छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने के काबिल नहीं हैं. भारत में सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाना काफी कठिनाइयों भरा होता है. कभी-कभी छात्र प्रवेश परीक्षा भले ही उत्तीर्ण न कर सका हो, लेकिन यदि उसे किसी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिल जाता है, तो वह अच्छा प्रदर्शन करता है. इसलिए रूस में मेडिकल शिक्षा की तरफ रुख करना एक अच्छा रास्ता हो सकता है.

रूस पूरा कर सकता है सपना
रूस जैसे देश एक अच्छी चिकित्सा शिक्षा बेहद कम खर्च में दुनियाभर के छात्रों को प्रदान कर रहे हैं. रूस में चिकित्सा शिक्षा अर्थात् एमबीबीएस करने के लिए किसी छात्र को लगभग 2.5 लाख प्रति वर्ष खर्च करना पड़ सकता है. अर्थात् बेहद सस्ता. गौरतलब है कि 2.5 लाख में रहना-खाना भी सम्मिलित है.

कोर्स और अवधि
यह लगभग छह वर्ष का कोर्स होता है. इसका सत्र सितंबर/अक्तूबर से प्रारंभ होता है. प्रवेश प्रक्रिया बेहद आसान है. लेकिन प्रवेश प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए किसी प्रोफेशनल की सहायता लेना उचित है. यह बिलकुल सही समय है कि आप प्रवेश पाने के लिए रूस के मेडिकल विश्वविद्यालयों में आवेदन करें.

कई तरह के मिलते हैं लाभ
रूस में एमबीबीएस में प्रवेश लेने के लिए किसी प्रवेश परीक्षा की आवश्यकता नहीं है. कई देशों के छात्र एक ही क्लास में साथ पढ़ते हैं, तो सांस्कृतिक परिचय और अंतरराष्ट्रीय सोच पनपती है. अंतरराष्ट्रीय स्तर के शिक्षक होते हैं और शिक्षण व्यवस्था भी वैसी ही होती है. बेहतरीन और व्यवस्थित आधुनिक प्रयोगशालाएं होती हैं. पूरी पढ़ाई अंगरेजी माध्यम में होने के कारण छात्र का कम्युनिकेशन बेहतर हो जाता है.

नौकरी की भी है सुविधा
पढ़ाई पूरी होने के बाद रूस में ही नौकरी कर सकते हैं या फिर छात्रों को यूरोपियन देशों में भी जाकर नौकरी करते हुए देखा जा सकता है. वीजा प्रक्रिया भी आसान है. सबसे अच्छी बात यह है कि रूस में एमबीबीएस पढ़ाई के लिए ट्यूशन फीस बेहद कम है. और आपका रहने-खाने का खर्च भी बेहद कम होता है. अत: रूस में मेडिकल की पढ़ाई करना उन छात्रों के लिए भी आसान है, जो किसी कारण से भारत में एमबीबीएस कोर्स में प्रवेश नहीं पा सके हैं या आर्थिक परेशानियों के कारण प्रवेश लेने में अक्षम हैं.

फॉरेन एजुकेशन

अमरेश कुमार राय

अंतरराष्ट्रीय शिक्षा सलाहकार

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