‘चार राजाओं का राज देखा, 60 प्रधानमंत्री आए और चले गए, मगर मैं अभी तक हूं. काम करता था पहले, डाकिये का. मगर फिर 65 साल की उम्र में रिटायर हो गया. सिर्फ 51 साल पहले. मेरा नाम जिरोमोन किमूरा है. मैं धरती पर बचा 19वीं सदी का आखिरी मर्द हूं. मेरी उम्र 116 साल है.’
अगर किमूरा राइटर होते, तो उनकी आत्मकथा कुछ ऐसी ही होती. पिछले दिनों बारबाडोस में 113 साल के जेम्स की मौत हो गई. इसके बाद स्पॉटलाइट फिर किमूरा पर ठिठक गई. दरअसल जेम्स की मौत के बाद किमूरा इकलौते ऐसे पुरुष बचे हैं, जिनका जन्म उन्नीसवीं सदी में हुआ. रिकॉर्ड के मुताबिक उनकी डेट ऑफ बर्थ 19 अप्रैल, 1897 है. 19वीं सदी में पैदा हुई 21 महिलाएं अभी जीवित हैं. मगर पुरुषों के नाम पर सिर्फ किमूरा बचे हैं. किमूरा दुनिया के सबसे उम्रदराज इंसान भी हैं.
17 दिसंबर को अमेरिकी महिला डीना की मौत के बाद ये रिकॉर्ड उनके नाम आया. जापान के क्योटो स्टेट के क्योटेंगो कस्बे में रहते हैं. उनकी देखभाल करती हैं उनके सबसे बड़े बेटे की विधवा, जो सिर्फ 83 साल की हैं. इस काम में मदद करती हैं, उनके पोते की विधवा, जो 59 साल की हैं. किमूरा से जब पूछा गया कि उनकी लंबी उम्र का राज क्या है, तो जवाब था कि खाना कम खाओ औऱ बिस्तर पर खूब वक्त बिताओ. किमूरा ने कभी स्मोकिंग नहीं की. अल्कोहल भी कभी कभार ही दोस्तों के साथ लिया. और खाना हमेशा इतना खाया कि ये न कह सकें कि पेट भर गया.
यानी रिकॉर्ड के शीर्ष पर बैठे किमूरा के पास सब कुछ है. मगर फिर एक खतरा भी है. उन्हें नहीं, उनके रिकॉर्ड को. दरअसल चीन की एक महिला लुओ का दावा है कि इस सितंबर में 127 साल की हो जाएगी. वर्ल्ड रिकॉर्ड वाले उनके इस दावे की जांच में लगे हैं. लुओ के पास कोई बर्थ सर्टिफिकेट नहीं है. सिर्फ एक सरकारी आईडी कार्ड है, जिसमें उनकी पैदाइश का साल 1885 लिखा है.
जिन लोगों ने 110 साल से ज्यादा का वक्त देखा है, उन्हें सुपर सेंटेनेरियंस कहते हैं. उनसे जुड़े आंकड़ों के सत्यापन में लगी रिसर्च कंपनी के मुताबिक 19 वीं सदी के जीवित लोग ज्यादातर अमेरिका या जापान के हैं. अनुमान है कि इस तरह के 200-300 लोग होंगे. मगर बर्थ रिकॉर्ड के जरिए वेरिफिकेशन अभी तक सिर्फ 60 लोगों का ही हो पाया है.
इसमें 115 साल से ज्यादा उम्र के दो लोग हैं और दोनों जापानी. एक तो किमूरा और एक हैं 115 साल की महिला, जिनका नाम है मिसाओ ओकावा.