सिलीगुड़ी. भू-माफिया सह तृणमूल कांग्रेस (तृकां) नेता सत्येंद्र प्रसाद (38) हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त भाजपा नेता हरेंद्र यादव समेत सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से कोसों दूर है. वारदात की गहन तफ्तीश कर रही दार्जिलिंग पुलिस को सभी आरोपियों के बिहार अंडरग्राउंड होने की पुष्टि हो चुकी है. वहीं, पूरे घटनाक्रम में जो सबसे अहम बात सामने आयी है उसके मुताबिक मृत सत्येंद्र का सबसे करीबी दोस्त विनोद प्रसाद ने ही उसे दगा दिय और अपने आंखों के सामने ही हत्या करवा दी. अपने दोस्त सत्येंद्र की हर गतिविधि की खबर हत्या के मुख्य अभियुक्त हरेंद्र यादव को देने के आरोप में दार्जिलिंग जिले की खोरीबाड़ी थाना की पुलिस ने विनोद प्रसाद को गिरफ्तार कर लिय है.
पुलिस ने विनोद और एक अन्य साथी सरबजीत सिंह को वारदात वाली रात शनिवार को ही पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. गहन पूछताछ के दौरान ही विनोद के मोबाइल कॉल और बयानों से पुलिस को उसके द्वारा हरेंद्र के लिए मुखबरी करने की पुष्टि हुई. जिसेक आधार पर पुलिस ने विनोद को गिरफ्तार कर सोमवार को सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश किया. जज ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी और उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया. पुलिस पूरे वारदात की तह तक जाने के लिए ही विनोद को कोर्ट से हिरासत में लिया है. वहीं, सत्येंद्र का दूसरा साथी सिलीगुड़ी के चंपासारी निवासी सरबजीत सिंह को निजी मुचलके पर थाना से ही रिहा कर दिया गया.
गोली दागने वालों का पता चला : प्रधान नगर थाना क्षेत्र के मल्लागुड़ी के टी ऑक्शन रोड के ग्रीन पार्क इलाके का वासिंदा सत्येंद्र प्रसाद पर खोरीबाड़ी के बिहार-बंगाल बोर्डर के चकरमारी स्थित एक लाइन होटल में सरेआम गोली भाजपा नेता हरेंद्र यादव ने नहीं बल्कि उसका एक भतीजा और एक अन्य रिश्तेदार ने दागी थी. इसकी पुष्टि पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही पुलिस को होटल के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालने के बाद हुई है.
वारदात से पहले सबने पी शराब
सूत्रों से प्राप्त समाचार के अनुसार वारदात वाली रात आठ अप्रैल यानी शनिवार को तकरीबन आठ बजे हरेंद्र यादव पहले सिलीगुड़ी के मल्लागुड़ी स्थित अपोलो होटल के बार में अपने अन्य सहयोगियों के साथ शराब पी रहा था. सत्येंद्र के दोस्त विनोद ने मोबाइल पर हरेंद्र को उनलोगों के कुछ ही घंटों में चकरमारी के लाइन होटल में पहुंचने की खबर दी. उसके बाद हरेंद्र ने चकरमारी में ही रहनेवाले अपने एक रिश्तेदार को फोन पर कहा कि वह कुछ लोगों के साथ लाइन होटल आ रहा है तुम भी होटल पहुंचो. हरेंद्र होटल से ही अपने साथियों के बगैर नंबर प्लेट की नयी स्कॉर्पियो कार से चकरमारी के लिए हाथोंहाथ रवाना हुआ.
सबने घेर कर मारी गोली : सूत्रों के अनुसार सत्येंद्र के लाइन होटल में पहुंचने से पहले ही हरेंद्र अपने साथियों के साथ होटल पहुंच चुका था. कुछ घंटों बाद सत्येंद्र जैसे ही होटल आया वैसे ही हरेंद्र के सहयोगियों ने उसे घेर कर गोली दागनी शुरू कर दी. इस दौरान कुल तीन राउंड गोली चली. फुटेज में दिख रहा है कि सत्येंद्र पर गोली हरेंद्र के भतीजे और चकरमारी के रिश्तेदार ने दागी. उस समय हरेंद्र होटल के बाथरूम में गया था. गोली की आवाज सुनते ही हरेंद्र बाहर निकलकर अपने सभी सहयोगियों विरेंद्र, राहुल, विक्की, रुपेश व अन्य को अपनी ही कार पर सवार कर हाथोंहाथ बिहार अंडरग्राउंड हो गया.
साथियों ने ही पहुंचाया अस्पताल
खून से लथपथ अवस्था में सत्येंद्र को उसके दोनों साथी विनोद और सरबजीत ने कार पर सवार कर माटीगाड़ा के नर्सिंग होम ले गये. लेकिन नर्सिंग होम पहुंचन से पहले ही सत्येंद्र ने दम तोड़ दिया.
जमीन के कारण विवाद : हरेंद्र के पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पोकाईजोत इलाके में ही उसकी भाभी के नाम की एक जमीन को सत्येंद्र ने तीन-चार साल पहले जाली कागजातों के जरिये अपना बता हक जताने लगा था. जिसे लेकर काफी विवाद चल रहा था. विवाद को सुलझाने के लिए हरेंद्र सत्येंद्र के साथ 10-15 लाख रूपये में समझौता करना चाह रहा था. इसे लेकर बीते महीने के 29 मार्च को एक बार फिर दोनों के बीच खूब झड़प हुई और सत्येंद्र के भाई कन्हैया साह ने प्रधाननगर थाना में हरेंद्र के विरूद जमीन बाबत रंगदारी मांगने का मामला दायर करा दिया. इस विवाद का गुस्सा हरेंद्र का अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था.
बेटे की गिरफ्तारी से परेशान : हत्यावाली रात से ठीक एक दिन पहले ही प्रधाननगर थाना की पुलिस ने एक छिनताई मामले में हरेंद्र के छोटे बेटे रंजन यादव को अन्य तीन युवकों के साथ गिरफ्तार कर लिया. इन घटनाओं को लेकर हरेंद्र का माथा काफी गरम हो चुका था. वह अब बेटे की गिरफ्तारी में भी सत्येंद्र व उसके परिवार के हाथ होने का अंदेशा लगा रहा था.
दार्जिलिंग पुलिस की एक टीम बिहार रवाना : सत्येंद्र प्रसाद हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त भाजपा नेता हरेंद्र यादव और उसके अन्य साथियों की तलाश हेतु दार्जिलिंग पुलिस की एक टीम बिहार रवाना हो गयी है. वारदात वाली रात से ही पुलिस बिहार पुलिस के साथ संपर्क में है. पुलिस सूत्रों से प्राप्त समाचार के अनुसार मृत सत्येंद्र का सबसे करीब दोस्त विनोद प्रसाद के मोबाइल कॉल से पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगा है. जिसके आधार पर पुलिस सभी आरोपियों को जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए अपनी रणनीति का खाका भी तैयार कर चुकी है. पूरी तैयारी के साथ पुलिस की एक टीम बिहार रवाना हो चुकी है.
आरोपी बिहार के मशरख का निवासी : यहां उल्लेखनीय बात यह है कि मुख्य आरोपी भाजपा नेता हरेंद्र यादव मूल से बिहार के मशरख का वासिंदा है. जो बिहार-यूपी का बोर्डर भी पड़ता है. हरेंद्र काफी वर्षों से सिलीगुड़ी के चंपासारी के पोकाईजोत में अपने परिवार के साथ रह रहा था.