जानकारी मिली है कि कुछ दिनों पहले डॉ शर्मा ने गर्भवती महिला को गत 14 जनवरी को अस्पताल में भरती कराने का निर्देश दिया था. उनके कहे अनुसार राजू राई ने 14 जनवरी को पत्नी सुस्ताना राई को सदर अस्पताल में भरती कराया. लेकिन 17 जनवरी तक सदर अस्पताल में रहने के बावजदू शिशु का जन्म नहीं हुआ. इस पर डॉ शर्मा ने अभी समय होने की बात कहकर वापस घर भेज दिया.
सोमवार को सुस्ताना राई को प्रसव पीड़ा शुरू हुई, तो उन्हें फिर सदर अस्पताल लाया गया. डॉ शर्मा ने ऑपरेशन से प्रसव की सलाह दी. पति राजू राई ने डॉक्टर की सलाह मान ली. ऑपरेशन थियेटर ले जाये जाने के काफी देर बाद शिशु के जन्म होने की जानकारी दी गयी. यह भी बताया गया कि शिशु की अवस्था काफी नाजुक है और उसे इलाज के लिए सिलीगुड़ी ले जाना होगा. सिलीगुड़ी ले जाने समय रास्ते में ही शिशु की मौत हो गयी.
इस संदर्भ में सीएमओएच डॉ विश्वास ने पत्रकारों से कहा कि डॉ शर्मा के खिलाफ कुछ महीने पहले भी इसी तरह का आरोप आया था. हम लोगों ने इस संदर्भ राज्य के संबंधित विभागीय अधिकारी को जानकारी दी है. उत्तर बंगाल मेडिकल काउंसिल को भी जानकारी दी गयी है.