पुलिस ने इस हमले को लेकर राहुल चौधरी तथा सोम बसाक नामक दो छात्र नेताओं को गिरफ्तार किया है.दोनों के खिलाफ हत्या की कोशिश,गैर कानूनी रूप से जमा होने आदि में धारा 307,326,341 के तहत मामला दर्ज किया है.इस घटना से टीएमसीपी तथा तृणमूल यूवा के बीच गुटबाजी सामने आ गयी है.बुधवार को जलपाइगुड़ी के विभिन्न कॉलेजों में छात्र संसद चुनाव को लेकर नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया पुलिस पहरेदारी में पूरी हो गयी है. अर्तुहा मिश्र मजुमदार ने पुलिस में दर्ज करायी गयी अपनी शिकायत में कहा है कि मंगलवार की रात करीब 11.30 बजे उनके पति शुभंकर मिश्र बाइक से सर्कुलर रोड से अपने घर आ रहे थे.इसी दौरान कदमतला मोड़ के निकट अभिजीत सिन्हा तथा उसके लोगों ने हमला कर दिया.चाकू तथा दूसरे धारदार हथियार से सुभंकर पर कइ वार किये गए हैं.
उसके बाद सभी आरोपी वहां से फरार हो गये.स्थानीय लोगों ने बुरी तरह से घायल उनके पति को जलपाइगुड़ी सदर अस्पताल में भरती कराया.उन्होंने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है.यहां उल्लेखनीय है कि पिछले महीने कॉलेजों से आइडी कार्ड लेने को लेकर अभिजीत सिन्हा और सैकत चटर्जी के समर्थको के बीच मारपीट हुयी थी.पुलिस के हस्तक्षेप से आइडी कार्ड बांटे गये थे.इस घटना को लेकर अभी भी दोनों गुटों के बीच तनाव कायम है.पता चला है कि शुभंकर टीएमसीपी के किसी भी पद पर नहीं हैं.वह पहले फारवर्ड ब्लॉक के छात्र संगठन के जिला अध्यक्ष और राज्य कमेटी के नेता थे.वह साल 2014 में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये.उनकी ब्यक्तिगत दुश्मनी किसी के भी साथ नहीं है.
हांलाकि वह पिछले कुछ दिनों से छात्र संसद चुनाव को लेकर जरूर जोरदार तैयारी में लगे हुए थे.इस हमले के संबंध में यूवा तृणमूल के जिला अध्यक्ष सैकत चटर्जी ने कहा है कि यह बेहद दुखद है.आपसी मन विरोध हो सकता है,लेकिन इसके लिए क्या किसी पर हमला कर देना सही है.
उन्होंने पूरे मामले की जांच कर दोषियों को शीघ्र पकड़ने की मांग पुलिस से की है.उन्होंने कहा कि एफआइआर में जिनका भी नाम है उनको पकड़ना होगा.दूसरी तरफ इस हमले के मुख्य आरोपी अभिजीत सिन्हा को बुधवार को अपने आवास पर छात्र-छात्राओं के साथ ब्यस्त देखा गया. वह छात्र संसद चुनाव के लिए नामांकन भरवाने में लगे हुए थे.उन्होंने कहा कि यह घटना निंदनीय है और उनके संगठन का कोइ भी सदस्य इस हमले में शामिल नहीं है.उन्होंने फंसाने का आरोप लगाया.इसबीच,आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर टीएमसीपी की ओर से सैकत चटर्जी के नेतृत्व में कोतवाली थाने में विरोध प्रदर्शन किया गया.श्री चटर्जी ने कहा कि सभी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस उनको नहीं पकड़ रही है.इस मामले को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोलानाथ पांडे ने कहा है कि एफआइआर में दर्ज नामों में से दो लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है.