सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी से सटे फूलबाड़ी के डाबग्राम इंडस्ट्रियल एरिया स्थित सिलीगुड़ी पोली प्रोडक्टस प्राइवेट लिमिटेड की थर्मोकोल डिस्पोजल फैक्ट्री में भीषण आग लगने से इलाके में अफरा-तफरी मच गयी. आग इतनी भयावह थी कि आस-पास में रहनेवाले ग्रामीण अपने घरों से सिलेंडर व अन्य सामानों के साथ खूले मैदान में इकट्ठे हो गये. आग की लपटों को देख लोग काफी आतंकित हो उठे. सूचना पाकर सिलीगुड़ी अग्निशमन केंद्र से चार इंजनों के साथ दमकल कर्मी हाथोंहाथ मौके पर पहुंच गये.
साथ ही सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर (एसीपी, जोन-2) अचिंत गुप्त, एनजेपी थाना के सब-इंस्पेक्टर डीएन बक्शी भी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर फैक्ट्री के बाहर हजारों की तादाद में मौजूद भीड़ को नियंत्रित किया.
दमकल कर्मी जब मौके पर पहुंचे उससे पहले ही फैक्ट्री कर्मचारी, प्रबंधन व स्थानीय ग्रामीणों ने फैक्ट्री में मौजूद वाटर रिजर्वर से आग बूझाने का काम शुरू कर दिया. दमकल कर्मियों ने भी तकरीबन तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग को पूरी तरह काबू में किया. इस भीषण अग्निकांड में फैक्ट्री के दो यूनिट पूरी तरह जलकर खाक हो गये. लाखों के नुकसान का अंदेशा जताया जा रहा है. किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है. इसके साथ ही एक बड़ी दुर्घटना भी टल गयी है.आग की खबर लगते ही फैक्ट्री के निदेशक बबलू गोयल, राजेश अग्रवाल, सीआइआइ के चेयरमैन रतन विहानी, डाबग्राम इंडस्ट्रीज वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहन देवनाथ, अन्य फैक्ट्रियों के मालिक विक्रम गोयल उर्फ विक्की, राजेश केडिया, विक्की केडिया व अन्य भी बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे और आग को बूझाने में दमकल कर्मियों का भरपूर सहयोग किया. सिलीगुड़ी अग्निशमन केंद्र के अधिकारी अशोक पोद्दार ने फैक्ट्री के दो यूनिट के जलने और किसी के हताहत न होने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि आग लगने की वजह गैस सिलेंडर है या शॉट सर्किट फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता, जांच-पड़ताल के बाद ही इसकी पुष्टि हो पायेगी.
श्री पोद्दार ने कहा कि फैक्ट्री में ज्वलनशील पदार्थ अधिक देखा जा रहा है. थर्मोकोल ही सबसे अधिक ज्वलनशील पदार्थ है. साथ ही फैक्ट्री में दर्जन भर से भी अधिक बड़े गैस सिलेंडर देखे गये हैं. वहीं, फैक्ट्री निदेशक बबलू गोयल ने भी दावा किया है कि गैस सिलेंडर से आग नहीं लगा. उन्होंने शॉर्ट सर्किट से आग लगने का अंदेशा जताया है. साथ ही लाखों के नुकसान का अंदेशा भी जताया है. उन्होंने कहा कि अगलगी में कोई भी हताहत नहीं हुआ है. श्री गोयल ने बताया कि आग लगने के दौरान फैक्ट्री चालू थी. थर्मोकोल के डिस्पोजल प्लेट वैगरह बनाने का काम जारी था. तकरीबन 25 कर्मचारी फैक्ट्री में काम कर रहे थे.