जलपाईगुड़ी. शनिवार को तड़के डुवार्स के मटेली स्थित बरदीघी चाय बागान में एक हाथी ने जमकर तांडव मचाया. इस दंतैल हाथी ने न केवल कई घरों को तोड़कर तहस-नहस कर दिया, बल्कि एक महिला को सूड़ में लपेट कर पटक-पटकर मार डाला. महिला को बचाने गये उसके बेटे को भी हाथी ने पैर से दूर फेंक दिया, जिससे वह बुरी तरह से घायल हो गया है. मृतक महिला का नाम तेली तामारिया (52) है.
जबकि घायल बेटे का नाम अनिल तली तामारिया (29) है. स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लाटागुड़ी जंगल से एक दंतैल हाथी निकल कर बरदीघी चाय बागान के पहाड़िया इलाके में आ गया.
यहां उसने जमकर तांडव मचाया. 10 घरों को तोड़कर पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया. उसके बाद यह दंतैल हाथी श्रमिक लाइन की ओर रवाना हो गया. वहां रहने वाली पेमा तेली के घर पर भुट्टा खाने के लिए हमला कर दिया. जान बचाने के लिए जब वह महिला भाग रही थी, तो हाथी ने उसे सूड़ से लपेट कर पटक दिया. मां को बचाने के क्रम में आगे आये बेटे को भी हाथी ने लात मारकर दूर फेंक दिया. उसके बाद हाथी आगे रवाना हो गया. हाथी के निकल जाने के बाद डरे-सहमे एक ग्रामीण मौके पर पहुंचे और दोनों घायलों को मंगलबाड़ी अस्पताल ले गये. वहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया. घायल अनिल की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. उसे जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है.
हाथी के हमले से कुल तीन की अबतक मौत
हाथी के हमले की जानकारी बड़ोदीघी के बिट ऑफिसर जयंत विश्वास को दी गई. वह दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया है कि कुछ साल पहले हाथी के हमले में इस परिवार के दो और लोगों की मौत हो चुकी है. हाथी ने घायल अनिल के पिता मानिया तेली को भी कुचल कर मार दिया था. जबकि अनिल की मामी बुधनी भुमीज भी हाथी के हमले में मारी गई थी. इस तरह से इस परिवार में हाथ के हमले से अबतक तीन लोगों की मौत हो चुकी है. अब अनिल के परिवार में उसकी पत्नी और एक बेटा बच गया है. श्री विश्वास ने आगे कहा कि हाथी ने सुबह करीब चार बजे हमला बोला. वनकर्मियों के मौके पर पहुंचने से पहले ही हाथी भाग चुका था.