मालदा: पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण का बैंक एकाउंट हैक कर 10 लाख रुपये निकालने की कोशिश में मालदा के इजाजुल शेख को पुलिस ने गिरफ्तार किया. इस घटना की चर्चा इस समय मालदा में हर ओर ही हो रही है.
30 वर्षीय इजाजुल के घर वालों को विश्वास ही नहीं हो रहा है कि वह ऐसा कर सकता है. यहां तक कि उसके पड़ोसियों को भी इस पर विश्वास नहीं हो पा रहा है. इजाजुल उर्फ टिंकू मालदा के कालियाचक थाना के अलीनगर ग्राम पंचायत के नबीनगर मध्यपाड़ा गांव का रहनेवाला है. गांव में इजाजुल शेख नहीं, बल्कि टिंकू के नाम से ही वह ज्यादा परिचित है.
टिंकू इस तरह की घटना को अंजाम दे सकता है, उसकी 50 वर्षीय मां राबिया बेवा विश्वास ही नहीं कर पा रही है. उसने वीवीएस लक्ष्मण का एकाउंट हैक कर वहां से 10 लाख रुपये अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर लिया. रुपये उठाते वक्त वह पुलिस की चपेट में आ गया. शुक्रवार को वह कोलकाता के विधाननगर इलाके में एक बैंक से रुपये निकालने के लिए गया था. वहीं पर बैंक मैनेजर को संदेह हुआ. क्योंकि कुछ दिन पहले ही उसने एकाउंट खोला था. शनिवार को नबीनगर गांव में हर गली व मोड़ पर बस इसी बात की चर्चा हो रही थी. लोग हैरान है कि इतनी बड़ी रकम वह कैसे अपने एकाउंट में ट्रांसफर कराया. क्योंकि वह पढ़ा-लिखा भी नहीं है. यहां तक कि कंप्यूटर व इंटरनेट तक की उसके पास जानकारी नहीं है. मालदा शहर से उसके गांव की दूरी 37 किलोमीटर है. इजाजुल के पिता पांच भाई है. सभी एक साथ रहते हैं. इसी मकान में अपनी मां के साथ इजाजुल रहता है. उसके पिता का देहांत तीन साल पूर्व हार्ट अटैक से हो गया था. इजाजुल तीन भाई है.
उसके बड़े भाई का नाम मामन शेख व छोटे भाई का नाम बापी शेख है. दोनों भाईयों ने शादी कर ली है. वे अलग रहते हैं. एक ही मकान में तीन अलग-अलग कमरे हैं. मझला इजाजुल ने अभी तक शादी नहीं की है. वह अपनी मां को लेकर रहता है. इसके घर में बिजली का कनेक्शन है. लेकिन टीवी नहीं है. मां के पास एक मोबाइल है. इजाजुल की मां को पता भी नहीं था कि कोलकाता में उसका बेटा गिरफ्तार हुआ है. पत्रकारों ने जब उन्हें इसकी जानकारी दी तो जैसे वह आकाश से गिर पड़ी.
कालियाचक हाई स्कूल से नौंवी तक पढ़ कर उसने पढ़ाई छोड़ दी. इजाजुल की मां कहती है कि वह तो माध्यमिक भी पास नहीं है. वह कभी दिन मजूरी करता है तो कभी घूम-घूम कर फेरी का काम करता है.घर में रहने पर वह रेशम का काम करता है. सात दिन पहले ही कहीं काम करने को कह कर वह घर से गया था. लेकिन मुङो नहीं मालूम कि वह गया कहां था. उसकी मां को आशंका है कि किसी दोस्त के चक्कर में फंस कर उसने ऐसा काम किया हो. गांव के एक चिकित्सक ने बताया कि वह तो कंप्यूटर व इंटरनेट चलाना तक नहीं जानता है, फिर वह इस तरह की घटना को अंजाम कैसे दे सकता है. वह गांव में कम ही रहता था. काम करने की बात कर वह अक्सर ही बाहर रहता था. कई लोगों का कहना था कि वह मुंबई, दिल्ली व कोलकाता में ज्यादा समय बिताता था. कई बार उसकी गतिविधियों को देख कर संदेह भी होता था. वह किसके साथ रहता था, यह किसी को पता नहीं है.