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इंसेफलाइटिस. नहीं थम रहा मौत का सिलसिला,48 घंटे में और चार की मौत

सिलीगुड़ी. जापानी बुखार ‘इंसेफलाइटिस’ पीड़ित मरीजों के मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. इस जानलेवा बुखार के नियंत्रण में होने के का दावा मंत्री, स्वास्थ्य विभाग के बार-बार दावा करने के बावजूद 48 घंटे और चार की मौत हो गयी. चारों की मौत इलाज के दौरान उत्तर बंगाल मेडीकल कॉलेज व अस्पताल […]

सिलीगुड़ी. जापानी बुखार ‘इंसेफलाइटिस’ पीड़ित मरीजों के मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. इस जानलेवा बुखार के नियंत्रण में होने के का दावा मंत्री, स्वास्थ्य विभाग के बार-बार दावा करने के बावजूद 48 घंटे और चार की मौत हो गयी. चारों की मौत इलाज के दौरान उत्तर बंगाल मेडीकल कॉलेज व अस्पताल में हुई है. वीरपाड़ा निवासी जव टुडू (18), बानरहाट निवासी जयमंगल लोहार (60) व भक्तिनगर इलाके की रहनेवाली सरस्वती सेन (22) की मौत बीती रात हुई.

वहीं, इससे पहले कूचबिहार जिले के खागड़ाबाड़ी निवासी शुभोजीत मोदक (04) की मौत मंगलवार की रात मेडिकल कॉलेज में हो गयी. मेडिकल कॉलेज के सूत्रों के अनुसार, इस वर्ष जनवरी से अबतक इस जानलेवा बुखार से 42 की मौत हो चुकी है. 16 मरीज अभी भी मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में भरती हैं. इनमें अधिकांश मरीज डुवार्स के चाय बगान इलाके के रहनेवाले हैं.

मंत्री ने ली मरीजों की सुध
जापानी बुखार से लगातार हो रही मरीजों की मौत की सूचना पाकर उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव आज उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल पहुंचकर मरीजों की सुध ली और स्वास्थ्य परिसेवा का जायजा लिया. साथ ही मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो समीर घोष राय से मुलाकात कर इलाजरत मरीजों की विस्तृत रिपोर्ट ली और इलाज के लिए आवश्यक दवाइयों व किट्स की भी पूरी जानकारी ली. उन्होंने प्राचार्य व चिकित्सकों को कड़े तेवर में कहा कि मरीजों के इलाज में किसी तरह की लापरवाही कदापी बर्दाश्त नहीं की जायेगी. साथ ही श्री देव आगामी 25 जुलाई को मेडिकल कॉलेज में ही जिला स्वास्थ्य व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ इस घातक बीमारी से मुकाबला करने के लिए आपात बैठक भी करेंगे.

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