सिलीगुड़ी. जापानी बुखार इंसेफलाइटिस से मुकाबला करने के लिए अब सिलीगुड़ी नगर निगम ने भी कमर कस ली है. इसके तहत आज बाघाजतीन पार्क से सटे रवीन्द्र मंच में जिला स्वास्थ्य दफ्तर के सहयोग से एक प्रशिक्षण शिविर लगाया गया, जहां स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने महिला स्वास्थ्य कर्मियों को जापानी बुखार, मलेरिया, डेंगू जैसे जानलेवा बीमारियों से लोगों को जागरूक करने के लिए प्रशिक्षित किया गया.
शिविर को संबोधित करते हुए निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने स्वास्थ्य कर्मियों से घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करने एवं प्राथमिक रूप से सबों का स्वास्थ्य जांच करने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने लोगों से साफ-सफाई पर विशेष रूप से ध्यान देने की अपील की. उन्होंने कहा कि जानलेवा बुखार से मुकाबले के लिए केवल निगम या प्रशासन के आगे आने से नहीं होगा, बल्कि सबों को एकजुट होना होगा और खासकर आम लोगों को सचेत होना होगा. साथ ही उन्होंने विरोधी राजनीतिक दलों को जापानी बुखार को लेकर राजनीति न करने की नसीहत दी और एकजुट होकर लड़ाई लड़ने का आह्वान किया. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि जल्द ही निगम क्षेत्र में बोरो स्तर पर तीन स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे.
इन शिविरों के माध्यम से लोगों का रक्त संग्रह किया जायेगा और प्राथमिक स्तर पर स्वास्थ्य जांच की जायेगी. इस शिविर की शुरूआत 17 जुलाई से शुरू होगी. इन शिविरों में निगम के सभी मेयर परिषद सदस्य (एमआईसी) व सभी विरोधी दलों के पार्षद, निगम के कमिश्नर, सचिव के अलावा जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी मौजूद रहेंगे. निगम जल्द ही सभी सरकारी स्कूलों में भी छात्रों का स्वास्थ्य जांच करेगी. उन्होंने कहा कि जल्द ही 10 हेल्थ पोस्ट भी शुरू किये जायेंगे. श्री भट्टाचार्य ने इन घातक बीमारियों से लोगों को जागरूक करने एवं प्रचार-प्रसार करने के लिए सभी राजनैतिक पार्टियों, सरकारी एवं गैर-सरकारी एनजीओ व क्लबों को भी आगे आने का आह्वान किया. उन्होंने बताया कि प्रचार-प्रचार के लिए आईसीडीएस की महिला कर्मचारियों का भी सहयोग लिया जायेगा.
शिविर के दौरान जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमओएच) डॉ असीत विश्वास, उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के प्रिंसिपल समीर घोष राय, पूर्व प्रिंसिपल जीबी साहा, सिलीगुड़ी जिला अस्पताल के स्वास्थ्य अधीक्षक डॉ अमिताभ मंडल, निगम में स्वास्थ्य विभाग की एमआईसी दुर्गा सिंह, निगम के कमिश्नर सोनम वांग्दी भुटिया, सचिव सप्तर्षी नाग ने भी अपना अनुभव साझा किया. स्वास्थ्य शिविर में हजारों की संख्या में निगम, आईसीडीएस, आशा व पंचायत स्तर की महिला स्वास्थ्यकर्मी शामिल हुईं.
नांटू पाल ने मेयर को दी नसीहत
सिलीगुड़ी नगर निगम के विरोधी दल के तृणमूल नेता नान्टू पाल ने सबसे पहले मेयर अशोक भट्टाचार्य को ही जागरूक होने की नसीहत दी. श्री पाल ने कहा कि जिस वार्ड में मेयर रहते हैं, वही वार्ड गंदगी से बेहाल है. साथ ही उनके घर से मात्र कुछ ही मीटर दूर महिलाओं के स्वास्थ्य केन्द्र मातृ सदन परिसर में ही गंदगी से लदे ट्रक लगे रहते है. उन्होंेने जानलेवा बुखार से लड़ने के लिए निगम को सब समय सहयोग करने की बात कही. लेकिन जमीनी स्तर पर पहले निगम को खुद जागरूक होने की जरूरत है. श्री पाल के इस बयान पर पलट वार करते हुए श्री भट्टाचार्य ने विरोधी नेताओं को स्वास्थ्य को लेकर राजनीति न करने का पाठ पढ़ाया. उन्होंने कहा कि निगम में जब तृणमूल का अधिकार था और मंत्री खुद निगम की लगाम थामे हुए थे, उस दौरान इसी मातृ सदन में गंदगी से लदी 10-15 गाड़ियां रोज खड़ी रहती थी. उस दौरान मातृ सदन की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया.