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खिलने से पहले ही मुरझा रहा है नेहा का करियर, अदालत में मामला दायर

सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी की चंपासारी की रहनेवाली प्रतिभाशाली टेबल टेनिस खिलाड़ी 14 वर्षीय नेहा कुमारी का करियर खिलने से पहले ही मुरझाने के कगार पर पहुंच गया है. नेहा 2010 से टेबल टेनिस खेल रही है और अब तक उसने कई मेडल जीते हैं. यहां तक की वर्ष 2013 के राष्ट्रीय टेबल टेनिस खेल में ईस्ट […]

सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी की चंपासारी की रहनेवाली प्रतिभाशाली टेबल टेनिस खिलाड़ी 14 वर्षीय नेहा कुमारी का करियर खिलने से पहले ही मुरझाने के कगार पर पहुंच गया है. नेहा 2010 से टेबल टेनिस खेल रही है और अब तक उसने कई मेडल जीते हैं. यहां तक की वर्ष 2013 के राष्ट्रीय टेबल टेनिस खेल में ईस्ट जोन में वह फाइनल में पहुंचने में सफल रही थी. इतना ही नहीं उसने जूनियर राष्ट्रीय टेबल टेनिस खेल में गोल्ड मेडल भी जीते हैं.

सिलीगुड़ी पहचान मुख्य रूप से चार टी के लिए मशहूर है. इनमें टी मतलब चाय, टिंबर मतलब लकड़ी, टूरिज्म मतलब पर्यटन तथा टीटी मतलब टेबल टेनिस शामिल है. टेबल टेनिस के क्षेत्र में सिलीगुड़ी की ख्याति रही है. यहां से मंतु घोष, सौम्यजीत घोष, अंकिता दास जैसे टेबल टेनिस खिलाड़ी सिलीगुड़ी से ही उभरें और राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनायी.

कुछ इसी तरह की इच्छा 14 वर्षीय नेहा कुमारी की भी थी, लेकिन टेनिस एसोसिएशन के तानाशाही रवैये के कारण नेहा प्रसाद के करियर पर ग्रहण लग गया है. पिछले कई महीनों से वह टेबल टेनिस नहीं खेल पा रही है. नॉर्थ बंगाल टेबल टेनिस एसोसिएशन ने बगैर कोई कारण बताये उसका पंजीकरण रद्द कर दिया है. इस बीच सिलीगुड़ी में टेबल टेनिस टूर्नामेंट आयोजित हो चुके और नेहा चाह कर भी इन टूर्नामेंटों में नहीं खेल पायी. नेहा की इच्छा टेबल टेनिस के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश को मेडल दिलाने की है. अगर शीघ्र ही इस समस्या का समाधान नहीं निकला तो नेहा की यह इच्छा अधूरी रह जायेगी.

इसका नुकसान न केवल सिलीगुड़ी बल्कि पूरे देश को भी भुगतना पड़ेगा. इस संबंध में नेहा कुमारी के पिता विकरांत प्रसाद ने इंसाफ की जंग शुरू कर दी है. वह किसी भी कीमत पर अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. श्री प्रसाद ने बताया कि उन्होंने इस वर्ष 27 मार्च को नॉर्थ बंगाल टेबल टेनिस एसोसिएशन से नेहा कुमारी के मामले में सफाई मांगी थी. पत्र द्वारा उन्होंने एसोसिएशन से स्पष्टीकरण देने के लिए कहा था. एसोसिएशन की ओर से उन्हें कोई जवाब नहीं मिला. बाद में उन्होंने एसोसिएशन के अध्यक्ष तथा सचिव को ईमेल लिखा. ईमेल के जवाब में उन्हें बताया गया कि इस पूरे मामले पर ग्रेटर सिलीगुड़ी डिस्ट्रीक्ट टेबल टेनिस एसोसिएशन ही कोई जवाब दे सकता है. श्री प्रसाद ने इस एसोसिएशन से भी संपर्क साधा, लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गयी. उसके बाद से लेकर अब तक वह अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने इस मामले में सिलीगुड़ी की अदालत में एक मामला भी दर्ज करा दिया है. मामले की संख्या 164/15 की सुनवाई जूनियर डिवीजन कोर्ट में हुई और माननीय अदालत ने सिलीगुड़ी में सभी प्रकार के टेबल टेनिस टूर्नामेंट के आयोजन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है. अदालत के इस निर्देश का पालन भी दोनों एसोसिएशनों ने नहीं किया है. श्री प्रसाद ने आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों एसोसिएशन अदालत के आदेश की अनदेखी कर रही है. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी टेबल टेनिस खेलने में काफी प्रतिभाशाली है और यह खेल ही उसकी जिंदगी है. जब से वह टेनिस नहीं खेल रही है तब से वह काफी उदास है. उसकी इच्छा राज्य से बाहर किसी दूसरे राज्य में टेनिस खेलने की हो रही है. इस मामले में भी एसोसिएशन अड़ंगा लगा रहा है. जब तक एसोसिएशन द्वारा नो ऑबजेक्शन सर्टिफिकेट नहीं दिया जाता, तब तक वह किसी अन्य राज्य की ओर से टेनिस नहीं खेल सकती. इन तमाम वजहों से नेहा कुमारी तथा उनके पूरे परिवार के लोग मानसिक परेशानियों से गुजर रहे हैं. श्री प्रसाद ने सभी खेल प्रेमियों से इंसाफ की गुहार लगायी है.

कोच ने लगाये गंभीर आरोप : नेहा कुमारी के कोच राजदीप सरकार ने नॉर्थ बंगाल टेबल टेनिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मंतु घोष पर गंभीर आरोप लगाये हैं. मंतु घोष स्वयं भी राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना तथा देश का नाम रौशन किया हैं. मंतु घोष अजरून पुरस्कार भी जीत चुकी हैं. नेहा कुमारी के कोच राजदीप सरकार ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब कुछ कोचिंग के लिए किया जा रहा है. राजदीप सरकार आर्य समिति क्लब के कोच हैं. नेहा कुमारी यही कोचिंग करती है और इसी क्लब की ओर से खेलती है. राजदीप सरकार ने आरोप लगाते हुए कहा कि सब कुछ पैसों की वजह से हो रहा है. टेनिस एसोसिएशन के अध्यक्ष तथा सचिव स्वयं ही कोचिंग का भी काम करते हैं. नेहा उनके द्वारा कोचिंग नहीं ले रही है. संभवत: इसी वजह से नेहा को प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यदि नेहा का रजिस्ट्रेशन नहीं होता है तो उसका करियर पूरी तरह से खत्म हो जायेगा. वह व्यक्तिगत स्पर्धा में जूनियर लेबल पर टॉप चार खिलाड़ी में शुमार है. इतनी प्रतिभाशाली खिलाड़ी की कोई कद्र ऐसोसिएशन की ओर से नहीं किया जा रहा है.

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