सिलीगुड़ी : नेवटिया गेटवेल हेल्थकेयर सेंटर उत्तर बंगाल के मरीजों के लिए विकसित टू पोर्ट लेप्रोस्कोपिक गॉल–ब्लाडर सजर्री का विकल्प लेकर आया है. इस विभाग के विशेषज्ञ डॉ बीके सिन्हा ने नेपाल से आयी एक 28 वर्षीय महिला का टूपोर्ट तकनीकी से सजर्री किया.
मरीज अस्पताल में पेट के उपरी हिस्से में दर्द की शिकायत लेकर भरती हुई थी. जांच के बाद महिला को हेवेकोलेलिथायसिस की शिकायत पायी गयी.
इसके बाद महिला मरीज की उक्त तनकीक के माध्यम से सजर्री की गयी. डॉ सिन्हा ने बताया कि महिला की सेहत में तेजी से सुधार हुआ. वह खाने भी लगी. छह घंटे बाद वह चलने–फिरने लगी. उसी दिन उसे अस्पताल से छुट्टी भी दे गयी. सजर्री के आठ घंटे बाद ही उसे छुट्टी दे गयी. इस सजर्री में दर्द कम होता है.
चमड़े को हल्का काट कर सजर्री की प्रक्रिया पूरी की जाती है. आपरेशन में समय भी काफी कम लगता है. सबसे बड़ी बात यह है कि मरीज की हालत में तेजी से सुधार आता है.