सिलीगुड़ी: विंटर फेस्टिवल सिलीगुड़ी कार्निवाल को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है. भाजपा के बाद कांग्रेस ने भी कार्निवाल को लेकर सवाल खड़ा किये हैं. मंत्री गौतम देव पर सिलीगुड़ी नगर निगम को पार्टी कार्यालय में बदलने एवं निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों को पार्टी कार्यो में इस्तेमाल करने का आरोप आज कांग्रेसियों ने लगाया है.
यह आरोप सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में नगर निगम की कांग्रेस समर्थित पूर्व मेयर गंगोत्री दत्ता ने प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया के सामने लगाया.
उन्होंने गौतम देव को नसीहत देते हुए कहा कि पहले निगम क्षेत्र की बेहाल अवस्था दुरुस्त करें, जनता को परेशानियों से दूर करें, इसके बाद उत्सव मनाएं. गंगोत्री का कहना है कि कांग्रेस किसी उत्सव के विरोध में नहीं है, लेकिन जहां लोग डेंगू की महामारी से त्रस्त हैं, नागरिक सेवा ठप्प है, सही ढंग से जलापूर्ति लोगों को नहीं हो रही, नियमित साफ-सफाई नहीं हो रही है, नागरिकों को आर्थिक सुरक्षा मिलनी बंद हो चुकी है.
ऐसे बेहाल अवस्था में करोड़ों रुपये खर्च कर उत्सव मनाना उचित नहीं है. गंगोत्री दत्ता ने जहां मंत्री द्वारा निगम में उत्सव को लेकर बैठक, उद्घाटन व अन्य कार्यो के किये जाने पर सवाल खड़ा किया, वही भव्य उत्सव आयोजन के लिए गौतम देव पर व्यापारियों को धमका कर धन संग्रह करने का आरोप लगाया है. गंगोत्री ने कहा कि इसकी हमें व्यापारियों के द्वारा कई शिकायत मिली है. इसका खुलासा बहुत जल्द तथ्यों के साथ किया जायेगा. उन्होंने कहा कि मंत्री के बयान के अनुसार यह उत्सव निगम या विकास के फंड से नहीं होगा, तो क्या व्यापारियों या उत्तर बंगाल विकास मंत्रलय के फंड से होगा? इसका साफ-साफ जवाब मंत्री जनता को दे.
उन्होंने मंत्री से कहा कि यह करोड़ों रुपये फिलहाल निगम की बेहाल अवस्था को दुरुस्त करने के लिए खर्च किया जाता, तो ज्यादा उचित होता. साथ ही उन्होंने इस कार्निवाल उत्सव के माध्यम से राज्य सरकार पर राजनैतिक प्रचार करने का भी आरोप लगाया. गंगोत्री दत्त का कहना है कि अगर सिलीगुड़ी में उत्सव मनाना है तो उचित था कि सर्वदलीय बैठक कर सबसे विचार-विमर्श किया जाता. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार के अनुचित कार्यो व अराजकता के खिलाफ 21 नवंबर के बाद से कांग्रेस वृहत्तर आंदोलन करेगी. साथ ही जल्द चुनाव की मांग को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा जायेगा.