सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी नगर निगम व महकमा परिषद के लिए होने वाले चुनाव में कांग्रेस की लड़ाई एकमात्र माकपा से होगी. वजह सिलीगुड़ी महकमा क्षेत्र में जहां तृणमूल का जनाधार नहीं है, वही साम्प्रदायिक पार्टी भाजपा का कोई अस्तित्व ही नहीं है.
भाजपा नेता व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं सिलीगुड़ी के नेता रथीन्द्र बोस में जमीन-आसमान का फर्क है. यह कहना है कि दाजिर्लिंग जिला कांग्रेस के अध्यक्ष शंकर मालाकार का. वह आज सिलीगुड़ी में पार्टी मुख्यालय विधान भवन में मीडिया के सामने यह बातें कही.
उन्होंने कहा कि भाजपा अगर सिलीगुड़ी महकमा की चुनावी लड़ाई नरेन्द्र मोदी को सामने रखकर लड़ना चाहती है, तो यहां की जनता को पहले नरेन्द्र व रथीन्द्र में तुलना करने की जरूरत है. उन्होंने पिछले चुनावों के आंकड़ों को मीडिया के सामने रखते हुए कहा कि सिलीगुड़ी महकमा परिषद, ग्राम पंचायत व पंचायत समिति के चुनावों में तृणमूल को मुंह की खानी पड़ी थी. कांग्रेस की तुलना में तृणमूल को गिने-चुने सीट ही मिले थे. सिलीगुड़ी महकमा परिषद चुनाव में तृणमूल मात खाने के बाद आतंक व लालच की राजनीति कर जबरन बोर्ड पर दखल किया था.
श्री मालाकार ने कहा कि इस बार भी यहां की जनता आतंक, अन्याय, अत्याचार व अराजकता का जवाब तृणमूल कांग्रेस को देगी. मीडिया के एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी जंक्शन के सामने स्थित इंदिरा भवन वार्ड कांग्रेस कमेटी का कार्यालय है, इस पर बुरी नजर रखने वालों की खैर नहीं. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इंदिरा भवन पर जबरन कब्जा करने वालों व इसे उजाड़ने वालों को कांग्रेस जल्द ही जोरदार जवाब देगी. विदित हो कि शुक्रवार को सिलीगुड़ी जंक्शन क्षेत्र के एक कद्दावर नेता कन्हैया पाठक व अन्य नेताओं के नेतृत्व में बड़ी संख्या में इस क्षेत्र के लोग भाजपा में शामिल हुए और भाजपा पर आरोप है कि उसी रात इंदिरा भवन को अपने कब्जे में कर लिया. दूसरे दिन शनिवार को दिन-दहाड़े तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने इंदिरा भवन पर बुलडोजर चलाकर तहस-नहस कर दिया.