टाइगर हिल पर्यटकों से शुल्क वसूलने पर टूर ऑपरेटरों ने जतायी आपत्ति
दार्जिलिंग : सूर्योदय का नजरा देखने के लिए पर्यटकों को 50 रुपया देना चुकाना पड़ रहा है. वन्य विभाग के वाइल्ड लाइफ ने दार्जिलिंग के प्रसिद्व पयर्टन स्थल में यह नजरा देखने के लिए प्रति व्यक्ति 50 रुपये का प्रवेश शुल्क निर्धारित किया है. यह शुल्क 16 सितम्बर से वसूला जा रहा है. वाइल्ड लाइफ के इस फैसले पर दार्जिलिंग के टूर ऑपरेटर साग्गे शेर्पा ने आपत्ति जतायी है. टूर ऑपरेटर शेर्पा ने कहा कि दार्जिलिंग में हर साल 7 लाख पर्यटक आते हैं, जिनमें 20 हजार स्वदेशी होते हैं.
देश से आये हुए पयर्टक टाइगर हिल पर सूर्योदय का नजरा देखने के लिए सुबह साढे 3 बजे से ही पहुंच जाते हैं. सुबह-सुबह प्रति व्यक्ति 50 रुपये की वसूली से पर्यटकों पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है. दूसरी बात टाइगर हिल में सूर्योदय का नजरा देखने के अलावे कोई दूसरा काम नहीं होता है, ऐसे में इतना शुल्क पर्यटन के विकास के लिए भी ठीक नहीं है. शेर्पा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों सदर ट्राफिक पुलिस ने पार्किग को लेकर बिना कूपनवाले एक भी गाड़ी को टाइगर हिल में प्रवेश करने पर पाबन्दी लगा दी है.
इधर इसी संदर्भ में वाइल्ड लाइफ के दार्जिलिंग के विभागीय अधिकारी जीजु जेसपर जे से सम्पर्क करने पर उन्होंने कहा कि टाइगर हिल वाइल्ड लाइफ में अधीन है, इस लिए वाइल्ड लाइफ ने फारेस्ट विलेज वालों से बातचीत कर के टाइगर हिल में प्रवेश पर शुल्क तय किया है. इस शुल्क का 40 प्रतिशत हिस्सा फारेस्ट विलेज के विकाश में लगाया जायेगा. जीजु जेसपर जे ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि टाइगर हिल में पयर्टकों से प्रवेश शुल्क लेने का जीटीए का अधिकार नहीं है. इधर, इसी संदर्भ में जीटीए वीओए चेयरमैन अनित थापा से सम्पर्क करने पर उन्होंने कहा कि टाइगर हिल में वाइल्ड लाइफ ने प्रवेश शुल्क लगाने की जानकारी मिली है.
इस संदर्भ में जीटीए मुख्यसचिव को वाइल्ड वाइफ विभाग से पत्रचार करने का आग्रह किया है. थापा ने कहा कि हम लोग वाइल्ड लाइफ से बात करेंगे और समस्या का हल निकाला जायेगा. श्री थापा ने बताया कि जीटीए सभी पयर्टन स्थलों पर प्रवेश शुल्क लगाने को लेकर विचार कर रही है. यहां तक की रोहिनी रोड में फिर से टोल टेक्स लगाने पर विचार हो रहा है, लेकिन शुल्क सामान्य होंगे जिससे पर्यटकों पर बहुत बोझ नहीं पड़ेगा.