सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी नगर निगम के अधीन वार्ड नंबर 43 की महिला पार्षद रागिनी सिंह ने उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव के खिलाफ भक्तिनगर थाने में मामला दर्ज कराया है. रागिनी सिंह इस वार्ड से माकपा की काउंसिलर हैं.
यह वार्ड गौतम देव के विधानसभा क्षेत्र फूलबाड़ी-डाबग्राम के अधीन है. रागिनी सिंह सोमवार की शाम भक्तिनगर थाना गईं और मंत्री गौतम देव के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया.
उन्होंने अपने ऊपर खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की भी मांग की है. माकपा काउंसिलर ने मंत्री गौतम देव पर अपने खिलाफ भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया है. यहां उल्लेखनीय है कि मंत्री गौतम देव कल वार्ड नंबर 43 के विभिन्न इलाकों में तृणमूल समर्थकों के साथ ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव करने गये थे. मंत्री को सामने देख स्थानीय लोगों ने नियमित रूप से वार्ड की साफ-सफाई नहीं होने, जल निकासी व्यवस्था बदहाल होने तथा नियमित रूप से जल आपूर्ति नहीं होने जैसी समस्याएं रखी.
आरोप है कि मंत्री गौतम देव ने लोगों को कहा था कि पहले काउंसिलर के घर का घेराव करें उसके बाद वह उनकी समस्याओं पर विचार करेंगे. मंत्री के यह कहने पर स्थानीय लोगों में रोष देखा गया था. लोगों ने मंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया था. रागिनी सिंह ने पुलिस में दर्ज करायी अपनी शिकायत में कहा है कि मंत्री के इस उकसावे के बाद वह अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं. इस बीच माकपा ने मंत्री के इस तरह के व्यवहार की कड़ी आलोचना की है. सिलीगुड़ी के पार्टी कार्यालय में इस संबंध में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए माकपा नेता जीवेश सरकार ने कहा है कि एक मंत्री से इस प्रकार के आचरण की उम्मीद नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि इस संबंध में सारी सूचनाएं माकपा के राज्य कमिटी को दे दी गई है.
वाम मोरचा के चेयरमैन बिमान बोस तथा राज्य विधानसभा में विरोधी दल के नेता सूर्य कांत मिश्र ने पूरे मामले की रिपोर्ट मंगायी है. दोनों नेता इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी करेंगे. माकपा ने पुलिस से गौतम देव की गिरफ्तारी की मांग की है. माकपा ने जीवेश सरकार ने कहा है कि मुख्यमंत्री हमेशा ही कहती हैं कि कानून अपना काम करेगा. अब कानून को मंत्री गौतम देव के खिलाफ अपना काम करने देना चाहिए. उन्होंने पुलिस कार्रवाई पर आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस शायद ही मंत्री गौतम देव के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी. इस बीच, रागिनी सिंह ने इस मामले की शिकायत राष्ट्रीय महिला आयोग से करने का निर्णय लिया है. वह राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का भी दरवाजा खटखटाएंगी. संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मंत्री तथा माकपा नेता अशोक भट्टाचार्य भी उपस्थित थे. उन्होंने भी मंत्री के इस कदम की कड़ी निंदा की है.