सिल्टू से शादी कर मानव तस्करी में हुई संलिप्त
चार दिन की रिमांड पर भेजी गयी आरोपी
जलपाईगुड़ी : बार कांड की जांच से इस मामले को एक नया मोड़ दे दिया है. इसी क्रम में पुलिस को पता चला है कि इस कांड के सिलसिले में गिरफ्तार किशोरी बांग्लादेश की नागरिक है. वह इस मामले के मुख्य अभियुक्त सौमेन बाईन उर्फ सिल्टू की मदद से ही इस मानव तस्कर गिरोह के संपर्क में आयी. मामले की प्राथमिक जांच में पुलिस ने यह खुलासा किया है. पांच रोज तक रिमांड पर रहने के बाद शनिवार को भी अदालत में पेशी के दौरान पुलिस ने उसे चार रोज के रिमांड पर लिया. पुलिस किशोरी को सिल्टू को आमने सामने बैठाकर पूछताछ कर सकती है.
पुलिस का अनुमान है कि इन दो अभियुक्तों के तार अंतरराष्ट्रीय मानव तस्कर गिरोह के साथ हो सकते हैं. जिला एसपी अभिषेक मोदी ने बताया कि जांच में पता चला है कि किशोरी बांग्लादेश से तस्करों के चंगुल में फंसकर आयी है. इस मामले में अन्य और कुछ लोग जुड़े हो सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि आरोपी किशोरी बीते सोमवार को गिरफ्तार हुई थी. वह इस बार की गायिका थी. किशोरी से पूछताछ में ही पता चला कि इस कांड का मुख्य आरोपी सौमेन बाईन उर्फ सिल्टू है. एक साल पहले ही वह बांग्लादेश से भारत आयी थी जिसके बाद उसकी पहचान सिल्टू से हुई. उसी ने उसे दक्षिण बंगाल के विभिन्न बारों में गाने का काम दिलवाया.
इसी दौरान सिल्टू के साथ उसका प्रेम संबंध बना और उसने उससे शादी कर ली. भारत आने के बाद ही किशोरी ने सबसे पहले अपने नाम और पदवी बदल लिये. सिल्टू ने उसे भारत में फर्जी आधार कार्ड बनवा दिया. सिल्टू ने उसे मानव तस्करी के लिये किशोरी का इस्तेमाल करना शुरु किया. लड़कियों को बार में गाने के नाम पर भेजा जाता था. कभी कभी दूसरी जगह भी भेजा जाता. उल्लेखनीय है कि पांच रोज तक पुलिस रिमांड पर रहने के बाद आज फिर उसे चार रोज के रिमांड पर लिया गया.
सहायक सरकारी अधिवक्ता अनुजा प्रधान ने बताया कि उसे चार रोज के रिमांड पर भेजा गया है. पुलिस के एक वर्ग का मानना है कि सिल्टू और किशोरी किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय मानव तस्कर गिरोह के साथ जुड़े हो सकते हैं. अदालत में बचाव पक्ष से तीन वकीलों सुव्रत कर्मकार और अभिजित सरकार व एक अन्य ने सरकारी पक्ष से सवाल किये. बार में छापेमारी के रोज अर्थात 16 जुलाई को पुलिस ने शिकायतकर्ता किशोरी की लिखित शिकायत के आधार पर रात सवा आठ बजे प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
जबकि पुलिस ने रिकार्ड में दर्ज किया है कि उस दौरान 13 किशोरियों को हिफाजत में लिया गया है. उनमें यह किशोरी भी शामिल थी. यह किशोरी शिकायत दर्ज कराने जलपाईगुड़ी महिला थाने में वाकई गयी थी कि नहीं इसकी जांच के लिये संबंधित थाना के सीसीटीवी फुटेज को जब्त किया जाये. अदालत ने उनकी अर्जी को मंजूर किया है.