आद्रा/रानीगंज : तूफानी बारिश ने एक ओर जहां राहत दी, वहीं दूसरी ओर वज्रपात की चपेट में आने से एक बच्ची समेत चार की मौत व तीन जख्मी हो गये. पिछले दिनों पुरुलिया जिला में तापमान 42 डिग्री था, लोग गरमी से काफी परेशान थे. शनिवार सुबह जिले के विभिन्न भागों में तेज बारिश होने से लोगों ने राहत की सांस ली, लेकिन बारिश के साथ-साथ आंधी से जिला के अधिकांश स्थानों पर पेड़ गिरने से बिजली परिसेवा बाधित हुई. जिला के बागमुंडी थाना अंतर्गत तीरुडी गांव निवासी दिनेश गोप सुबह अपने खेत में फसल लगा रहे थे. उसी समय ठनका गिरने से मौके पर ही उसकी मौत हो गयी.
झालदा थाना अंतर्गत कुदलू गांव में एक पेड़ के नीचे तीन बच्चे खेल रहे थे. इसी दौरान जिगरी कुमारी (4) वज्रपात की चपेट में आ गयी और मौके पर ही उसकी मौत हो गयी, जबकि श्यामापदो एवं उपासी गंभीर स्वरूप से घायल हो गये. वहीं इंद्रोवील गांव में अपने आंगन में काम कर रहे भक्ति मंडल (52) उसी समय वज्रपात हुई, जिसकी चपेट में आने से उनकी मौत हो गयी. दूसरी ओर तेज आंधी एवं बारिश से रास्तों पर पेड़ गिरने से कई स्थानों पर यातायात कुछ समय के लिये ठप हो गया. सूचना मिलने के बाद वन विभाग एवं स्थानीय लोगों की मदद से रास्तों से वृक्षों को हटाया गया. वहीं रानीगंज के बल्लभपुर पंचायत अंतर्गत नुपुर गांव में वज्रपात से आदिवासी लक्खी सोरेन (22) की मौत हो गयी और उसकी साथी ममता हांसदा गंभीर रूप से जख्मी हो गयी.
जानकारी के अनुसार लक्खी और ममता जलावन के लिए लकड़ी लाने गयी थी. उसी दौरान वज्रपात की चपेट में आ गयी. खबर पाकर रानीगंज पंचायत समिति सभापति डॉ सेनापति मंडल, बल्लभपुर ग्राम पंचायत प्रधान सिधान मंडल, पंचायत सदस्य निर्मल पाल पहुंचे. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से मिलने वाली क्षतिपूरण मृतक के परिजन को दिया जायेगा.