भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप
फिर भड़के आंदोलनकारी छात्र देर शाम तक चलती रही बैठक
जलपाईगुड़ी : शिक्षा विभाग द्वारा गठित जांच कमेटी के सामने हाजिर होने से पहले ही जलपाईगुड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने आन्दोलन रद्द कर दिया था. लेकिन शाम को आन्दोलनकारी 40 छात्रों के अलावा कॉलेज मेस के कुछ छात्रों को जांच कमेटी के सामने पेश किये जाने को लेकर आन्दोलनकारी भड़क उठे. घटना को लेकर छात्रों ने हड़ताल रद्द करने पर फिर विचार करने की बात कही है.
सोमवार को राज्य तकनिकी शिक्षा विभाग के अधिकारी अमलेंदु बसु के नेतृत्व में कोलकाता से तीन सदस्य एवं पंचानन बर्मा यूनिवर्सिटी, कूचबिहार के उपकुलपति सर्किट हाउस पहुंचे. उनके साथ अतिरिक्त जिलाशासक सुमेधा प्रधान ने जांच कमेटी की ओर से सर्किट हाउस में सभी के बयान को सुना. जांच कमेटी ने पहले आन्दोलनकारी छात्रों में प्रथम से लेकर चतुर्थ वर्ष के 40 छात्रों का बयान सुना. कॉलेज प्रबंधन की ओर से आन्दोलनकारी छात्रों के अलावा मेस के कुछ छात्रों को जांच कमेटी के सामने पेश किया गया.
सर्किट हाउस में जांच कमेटी के सामने अन्य छात्रों को हाजिर करने को लेकर कॉलेज के प्राचार्य अमिताभ राय एवं कोतवाली थाना आइसी विश्वाश्रय सरकार के साथ आन्दोलनकारी छात्रों का विवाद छिड़ गया. इसके बाद कॉलेज के आरोपी प्रोफेसर दीपक कुमार कोले की पेशी के समय आन्दोलनकारी छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया. जांच कमेटी के सामने प्राचार्य के साथ फैकल्टी ने भी अपना वक्तव्य पेश किया.
कॉलेज के प्राचार्य अमिताभ राय ने बताया कि कॉलेज के पठन-पाठन व अन्य समस्यायों को लेकर जांच कमेटी को बताया गया है. इसे लेकर कॉलेज के आन्दोलनकारी छात्र रौनक नायक ने बताया कि आन्दोलन को रद्द करने के बाद ही सर्किट हाउस पहुंचे थे. लेकिन अन्य छात्रों को जांच कमेटी के सामने पेश करने की घटना के बाद सोमवार से हड़ताल रद्द होगी या नहीं, इसपर चर्चा की जायेगी. रविवार को देर शाम तक जांच कमेटी के सामने पेशी चलती रही. अब सोमवार को कॉलेज खुलता है या नहीं यह देखने की बात है.