जिलाधिकारी ने जारी किया निर्देश
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दार्जिलिंग से हटेंगी लैंडरोवर गाड़ियां
जिलाधिकारी ने जारी किया निर्देश यात्री सुरक्षा को बताया सर्वोपरि पहाड़ी रूट पर बेलोरो चलाने की योजना सिलीगुड़ी : दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में जिस तरह से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र ट्वाय ट्रेन है, उसी प्रकार से यहां के पहाड़ी रास्तों पर चलने वाली लैंडरोवर गाड़ियां भी पर्यटकों को आकर्षित करती हैं. दार्जिलिंग जिले में […]
यात्री सुरक्षा को बताया सर्वोपरि
पहाड़ी रूट पर बेलोरो चलाने की योजना
सिलीगुड़ी : दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में जिस तरह से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र ट्वाय ट्रेन है, उसी प्रकार से यहां के पहाड़ी रास्तों पर चलने वाली लैंडरोवर गाड़ियां भी पर्यटकों को आकर्षित करती हैं. दार्जिलिंग जिले में लैंडरोवर गाड़ियां समतल तो क्या, पहाड़ी क्षेत्रों में भी चलनी बंद हो गई हैं, लेकिन दार्जिलिंग से टाइगर हिल, फालूत, संदकफु के लिए लैंडरोवर गाड़ियां ही चलती हैं. पुराने जमाने की इन गाड़ियों में बैठकर पर्यटक भी पहाड़ी क्षेत्र में घूमने का खूब आनंद लेते हैं. अब ऐसे पर्यटकों को थोड़ा निराश होना पड़ेगा. दार्जिलिंग जिला प्रशासन ने पुरानी लैंडरोवर गाड़ियों के चलने पर रोक लगा दी है. यात्री सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह निर्णय लिया है.
हालांकि इस निर्णय से पर्यटक थोड़ा मायूस होंगे, लेकिन जिला प्रशासन ने यात्री सुरक्षा को सर्वोपरि स्थान देकर इन वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने का फैसला किया है.
एक अनुमान के मुताबिक दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में इन दिनों 40 से 45 लैंडरोवर गाड़ियां चल रही हैं. दार्जिलिंग पहाड़ के दूसरे स्थानों पर इन गाड़ियों को चलते देखा नहीं जा रहा है, लेकिन टाइगर हिल, संदकफु तथा फालूत रूट पर मुख्य रूप से यही गाड़ियां चलती हैं. इन गाड़ी चालकों एवं मालिकों के आजीविका का जरिया भी यही है. इन गाड़ियों को बंद करने के निर्देश से इनकी आजीविका प्रभावित होने की संभावना है, लेकिन जिला प्रशासन ने इनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की तैयारी की है.
दूसरी तरफ जिला प्रशासन के इस निर्णय का लैंडरोवर मालिकों ने भी स्वागत किया है. इनका कहना है कि लैंडरोवर बंद करने के बाद बोलेरो गाड़ी खरीदने के लिए जिला प्रशासन की ओर से आर्थिक सहायता दी जायेगी. सिंगलीला लैंडरोवर एसोसिएशन ने संगठन के सभी सदस्यों को बोलेरो गाड़ी खरीदने के लिए राज्य सरकार से सहायता लेने की अपील की है. राज्य सरकार के गतिधारा योजना के तहत लैंडरोवर मालिकों को बोलेरो खरीदने के लिए आर्थिक सहायता दी जायेगी.
मालिकों को दी जायेगी आर्थिक सहायता
दार्जिलिंग की जिलाधिकारी जयशी दासगुप्ता का कहना है कि इन रूटों पर चलने वाली लैंडरोवर गाड़ियां काफी पुरानी हो चुकी हैं. इनके पास परमिट भी नहीं है. यात्री सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लैंडरोवर गाड़ियों को बंद करने का निर्णय लिया गया है. इसके स्थान पर बोलेरो गाड़ियां चलायी जायेंगी. जिला प्रशासन की ओर से लैंडरोवर मालिकों को बोलेरो गाड़ी खरीदने के लिए राज्य सरकार आर्थिक सहायता भी देगी. उन्होंने आगे बताया कि मिरिक तथा दार्जिलिंग शहर के समतल क्षेत्र में लैंडरोवर गाड़ियों के चलने पर रोक नहीं है. संदकफु और फालूत के पहाड़ी रास्ते काफी खतरनाक हैं. इतनी पुरानी गाड़ियों का चलना ऐसे रूट पर सही नहीं है.
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