सैकत चटर्जी ने कहा : नगरपालिका को नहीं मिली विस्तृत रिपोर्ट
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स्वास्थ्य विभाग पर डेंगू की रिपोर्ट दबाने का आरोप
सैकत चटर्जी ने कहा : नगरपालिका को नहीं मिली विस्तृत रिपोर्ट सीएमओ बोले : जिले में मिले डेंगू के 50 मरीज किसी की मौत नहीं जलपाईगुड़ी : अब तक तो डेंगू ज्वर के प्रकोप की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग पर विरोधी दल के नेता ही निशाना लगाते रहे हैं. लेकिन शायद पहली बार तृणमूल […]
सीएमओ बोले : जिले में मिले डेंगू के 50 मरीज किसी की मौत नहीं
जलपाईगुड़ी : अब तक तो डेंगू ज्वर के प्रकोप की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग पर विरोधी दल के नेता ही निशाना लगाते रहे हैं. लेकिन शायद पहली बार तृणमूल कांग्रेस के एक युवा नेता और नगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग के अध्यक्ष-पार्षद (चेयरमैन काउंसिल सदस्य) ने डेंगू की विस्तृत रिपोर्ट नहीं देने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग पर परोक्ष आरोप लगाया है.
मंगलवार को सैकत चटर्जी ने कहा है कि विस्तृत रिपोर्ट नहीं देने के अलावा विभाग अभी तक निर्णायक मैक एलाइजा रिपोर्ट भेजने में विलंब कर रहा है. हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर जिला स्वास्थ्य विभाग का नाम नहीं लिया लेकिन उनका इशारा स्पष्ट था.
सैकत चटर्जी ने बताया कि जलपाईगुड़ी नगरपालिका क्षेत्र में डेंगू ज्वर सिलीगुड़ी की तरह भयावह रूप नहीं लिया है, लेकिन ढिलाई बरतने की गुंजाइश नहीं है. अभी तक शहर में 38 मरीजों में एनएस-1 विषाणु मिले हैं, मगर विस्तृत रिपोर्ट नहीं मिली है. नगरपालिका प्रशासन के प्रयास से डेंगू के प्रकोप पर काफी हद तक नियंत्रण हो गया है. मंगलवार को शहर के आठ नंबर वार्ड अंतर्गत स्टेशन बाजार इलाके में तृणमूल युवा कांग्रेस और नगर-ब्लॉक तृणमूल कांग्रेस की ओर से डेंगू ज्वर को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया. उसके अलावा मच्छर मारनेवाले तेल और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया. पोस्टर और बैनर के जरिये भी प्रचार किया गया. इस मौके पर मौजूद रहे आठ नंबर वार्ड के पार्षद दिनेश राउत, तृणमूल युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सैकत चटर्जी व अन्य नेता.
डेंगू के विषाणु ने बदल दिया है अपना चरित्र
सैकत चटर्जी ने बताया कि विशेषज्ञों के अनुसार डेंगू के विषाणु ने अपना चरित्र बदल दिया है. इसलिये अब ऐसा निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता कि जाड़े के मौसम में डेंगू का प्रकोप नहीं फैलेगा.
इसीलिए प्रतिरोध के रूप में यह अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि युवा संगठन शहर में एक सर्वे करेगा जिसमें पता लगाया जायेगा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के कितने लोगों के पास मच्छरदानी नहीं है.
उन्होंने कहा कि देखा जाता है कि गैरसरकारी तौर पर शिनाख्त डेंगू के रोग को स्वास्थ्य विभाग मानने के लिए राजी नहीं है. जिला स्वास्थ्य विभाग पर निशाना साधते हुए कहा कि मैक एलाइजा टेस्ट के लिए रक्त संग्रह करने के बावजूद अस्पतालों में जांच किट नहीं होती है. फिर कभी रिपोर्ट देर से मिलने की शिकायत आती है.
क्या कहते हैं सीएमओ
जलपाईगुड़ी में 50 मरीजों में डेंगू के विषाणु पाये गये हैं. लेकिन किसी की भी मौत नहीं हुई है.
डॉ जगन्नाथ सरकार, सीएमओ, जलपाईगुड़ी
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