सिलीगुड़ी. विजयादशमी के दिन यानी शनिवार को शक्तिस्वरूपा मां दुर्गा को भावभीनी विदाई दी गयी. प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो शनिवार और रविवार को लगभग चार सौ से भी अधिक पारिवारिक और कम बजटवाली पूजा आयोजक कमेटियों ने विसर्जन कर दिया है. बड़े बजटवाले पूजा आयोजकों ने हर साल की तरह की इस बार भी मां को अभी अपने मंडपों में ही स्थापित कर रखा है. एक-दो दिनों के अंदर ये कमेटियां भी मां का पूरे विधि-विधान और धूमधाम के साथ विसर्जन करेंगी. हाइकोर्ट के निर्देशानुसार रविवार को मुहर्रम के दिन भी मां दुर्गा का विसर्जन हुआ.
पुलिस प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को मुहर्रम के मद्देनजर विसर्जन का सिलसिला शाम चार बजे तक हुआ. शांति-सुरक्षा और अमन-चैन के लिए प्रशासन ने मुहर्रम के लिए पहले से ही यह निर्देश सभी पूजा आयोजक कमेटियों को दे दिया था. विसर्जन की शोभायात्रा के दर्शन हेतु हर्ट ऑफ सिटी ‘हिलकार्ट रोड और महानंदा नदी’ के घाट लालमोहन निरंजन मौलिक घाट पर दर्शनार्थियों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. शनिवार को शाम पांच बजे दर्शनार्थियों की भीड़ हिलकार्ट रोड और महानंदा नदी के घाट पर उमड़नी शुरू हुई जिसका सिलसिला देर रात तक चलता रहा. दर्शनार्थियों ने विसर्जन का लुत्फ जमकर उठाया. विसर्जन के दौरान कई पूजा आयोजक कमेटियों की ओर से कई अलौकिक और सजीव झांकियां भी शोभायात्रा में निकाली गयी. जो दर्शनार्थियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा.
सिलीगुड़ी महकमा क्षेत्र में महानंदा नदी के अलावा तिस्ता, बालासन, महेशमारी, पंचनई, नौकाघाट व अन्य नदियों में मां को विसर्जन किया जा रहा है.
निगम और प्रशासन की ओर से तगड़ा इंतजाम
विसर्जन को लेकर सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से जहां महानंदा नदी के लालमोहन निरंजन मौलिक घाट पर समुचित प्रबंध किया गया था वहीं, पुलिस प्रशासन की ओर से शांति और सुरक्षा का तगड़ा इंतजाम किया गया था. घाटों पर विसर्जन के दौरान आयोजक कमेटियों को किसी तरह की तकलीफ न हो इसके लिए निगम ने वाहनों से मूर्ति ढुलाई से लेकर लाइट, पीने का पानी, आपातव्यवस्था आदि का पूरा प्रबंध किया था. वहीं, सुरक्षा की कमान सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के कमिश्नर (सीपी) नीरज कुमार सिंह संभाले हुए थे और शहर के यातायात की व्यवस्था डीसीपी, ट्रॉफिक सुनील यादव खुद देख रहे थे.