सिलीगुड़ी. सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के सिविल डिफेंस के वॉलेंटियर अब प्राकृतिक आपदाओं या फिर अगलगी जैसी मानव निर्मित विपदा से मुकाबले को हमेशा तैयार हैं.
यह कहना है पर्यटन मंत्री गौतम देव का. उन्होंने शनिवार को सिलीगुड़ी से सटे माटीगाड़ा के रानीडांगा स्थित एसएसबी के पूर्वोत्तर सीमांत मुख्यालय में सिविल डिफेंस गठन समारोह में बतौर अतिथि शिरकत की. उन्होंने सिविल डिफेंस का गठन कर समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि एसएसबी से प्रशिक्षण प्राप्त 40 वॉलेंटियर को सिविल डिफेंस में शामिल किया गया. इनमें पांच महिला वॉलेंटियर को भी शामिल किया गया है.
ये सभी वॉलेंटियर हर तरह की विपदाओं से लड़ने के लिए और आम लोगों को जान-माल के नुकसान से बचाने के लिए 24 घंटे तत्पर रहेंगे. इन्हें विपदाओं के लड़ने के लिए हर अत्याधुनिक सुरक्षा यंत्र और सुविधाओं से युक्त किया गया है. सिलीगुड़ी महकमा क्षेत्र हो या फिर अन्य किसी भी क्षेत्र में आयी विपदाओं से यह नवगठित सिविल डिफेंस लोगों के बचाव के लिए मौके पर तुरंत हाजिर होगा. इस मौके पर एसएसबी के कई वरिष्ठ अधिकारी भी समारोह में मौजूद थे.