कोलकाता : कांग्रेस व वाममोरचा ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस विधानसभा अध्यक्ष द्वारा खारिज किये जाने पर विधानसभा के पूरे सत्र का बॉयकॉट करने की घोषणा की. यह सत्र 29 मई तक होगा. इसके साथ ही घोषणा की कि वे लोग विधानसभा की कार्यवाही के दौरान विधानसभा के गेट पर मॉक एसेंबली लगा कर विरोध प्रदर्शन जतायेंगे.
गुरुवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने सदन में अविश्वास प्रस्ताव को नोटिस जमा दिया, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने नोटिस स्वीकार करने से इनकार करते हुए कहा कि चूंकि इस सत्र में समय बहुत कम है तथा विधानसभा में सरकार के कई काम लंबित हैं. इस कारण अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो सकती है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि छह माह के अंदर ही दूसरा अविश्वास प्रस्ताव जमा देने की परंपरा नहीं है. इससे क्षुब्ध होकर विपक्ष के विधायक विधानसभा की कार्यवाही से वाकआउट कर गये. बाद में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने कहा कि विधानसभा व प्रजातंत्र के इतिहास में आज का दिन सबसे काला दिन के रूप में गिना जायेगा.
उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष सरकार को बचाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव की नोटिस को स्वीकार नहीं किया. विधानसभा में विपक्ष की आवाज नहीं सुनी जा रही है, जब विधानसभा में विपक्ष की आवाज नहीं सुनी जायेगी, तो कार्यवाही में हिस्सा लेने का कोई मतलब नहीं है. माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि राज्य में गणतंत्र की हत्या की गयी है. विधायकों के अधिकारों को छीना जा रहा है. वे लोग कल से विधानसभा में मॉक एसेंबली लगायेंगे.